बलौदाबाजार। मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता और पौष्टिकता बढ़ाने की कोशिश न केवल सफल रही बल्कि रिकार्ड 137 रसोईयों ने उत्साह के साथ प्रशिक्षण में हिस्सा लिया।

भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण की कोशिश रंग लाती नजर आ रही है क्योंकि पहली बार मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता में सुधार को लेकर न केवल गंभीरता नजर आ रही है बल्कि नि:शुल्क प्रशिक्षण भी रसोईयों को दिया जा रहा है।सतर्कता जरुरी खरीदी में

सतर्कता जरुरी खरीदी में

कैसे सुधारेंगे गुणवत्ता और पौष्टिकता? रसोईयों का यह सवाल इसलिए स्वाभाविक था क्योंकि सभी खाद्य सामग्रियों कीमत बढ़ रही है। प्रशिक्षण देने वाली समिति ने इसकी जानकारी न केवल विस्तार से दी बल्कि यह भी बताया कि खाद्य सामग्री की खरीदी के दौरान अतिरिक्त सतर्कता से यह दिक्कत हमेशा के लिए दूर की जा सकती है।

अहम है सुरक्षा

भंडार कक्ष और रसोईघर। दोनों जगह हमेशा स्वच्छता होनी चाहिए क्योंकि यहीं से खाद्य सामग्री की गुणवत्ता कायम रखी जा सकती है। इसलिए नियमित सफाई को अहम बताया। पर्याप्त हवा और प्रकाश की व्यवस्था से खाद्य सामग्री की गुणवत्ता प्रभावित नहीं होती। पैक्ड खाद्य सामग्रियों की निरंतर जांच से सुरक्षा को और भी मजबूत बनाया जा सकता है।तीन ब्लॉक के 137 को प्रशिक्षण

तीन ब्लॉक के 137 को प्रशिक्षण

भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण की इस कवायद पर जिला मुख्यालय के 20, भाटापारा विकासखंड के 57 और सिमगा विकासखंड से 60 रसोईयों को खाद्य सुरक्षा गुणवत्ता और पौष्टिकता बढ़ाने और बनाए रखने का प्रशिक्षण दिया।