डेयरी संचालकों के छूटे पसीने 

दूग्ध उत्पादन बढ़ाने के प्रयास

 

बिलासपुर। उत्पादन जस का तस लेकिन सोमवार को मांग दोगुनी। पसीने छूटने लगे हैं डेयरी संचालकों के आपूर्ति तय करने में। यही वजह है कि आउटर एरिया में दूध की प्रति लीटर कीमत 50 से 60 रुपए तक बोले जाने की खबर है।

सावन। शिवालयों में विशेष पूजा आराधना। घरों में भी ऐसे ही दृश्य। ऊपर से हेल्दी सीजन की शुरुआत के संकेत। यह सब मिलकर उस दूध पर दबाव बनाए हुए हैं,जिसकी प्रतिदिन उपलब्धता महज 10 से 15 हजार लीटर की है। होटल और टी काॅर्नरों की मांग अलग से अपने स्तर पर कायम है। ऐसे में दूध की कीमत में इजाफा की योजना है।

छूट रहा पसीना

मौसम, मक्खी और मच्छरों का। डेयरियां सुरक्षित ठिकाना। तापमान में उतार-चढ़ाव की स्थिति। यह सब दूध उत्पादन को कमजोर बना रही हैं। ऊपर से सीजन की मांग। ऐसे में जिले में प्रतिदिन दूध का उत्पादन 10 से 15 हजार लीटर के आसपास स्थिर है। डेयरियां बढ़ती मांग को देखते हुए उत्पादन बढ़ाने का जतन तो कर रहीं हैं लेकिन सफलता नहीं मिल रही है।

सोमवार डबल

विशेष पूजा आराधना और दूग्धाभिषेक। शिवालियों में हर सोमवार को हो रहे आयोजन पर मांग, उपलब्धता से लगभग दोगुनी यानी 20 से 30 हजार लीटर तक पहुंच जा रही है। हालांकि इस मात्रा में घरेलू जरूरत भी शामिल है लेकिन एकदम से जैसा दबाव डेयरियों पर पड़ रहा है। उससे मांग और आपूर्ति के बीच खाई बनती नजर आ रही है, यह बढ़ती कीमत के रूप में सामने है।

संकेत हेल्दी सीजन का

अगले माह से हेल्दी सीजन की शुरुआत हो रही है, जो जनवरी मध्य तक चलेगी। इस अवधि में दूध की मांग चारों तरफ से रहती है। इसलिए डेयरियां दुग्ध उत्पादन बढ़ाने की तैयारी कर रहीं हैं। आवश्यक आहार के लिए अग्रिम सौदे किए जा रहे हैं तो सप्लाई लाइन दुरुस्त की जा रही है, जो फिलहाल सावन की वजह से बाधित है।