खिलाड़ी ज्यादा, प्रतिस्पर्धा जोरदार



बलौदाबाजार। 15 दिन देर से ही सही, सरपट दौड़ के लिए पानी का कारोबार स्टार्टिंग पॉइंट पर पहुंच चुका है। प्रतिस्पर्धी और भी हैं। इसलिए यह देखना दिलचस्प होगा कि सबसे पहले एंड लाइन, कौन क्रॉस कर पाता है ?

फरवरी अंत। तपिश जैसी महसूस की गई, उसे देखते हुए संभावित मांग के लिए पानी कारोबार ने इकाइयों को ऑर्डर देना चालू कर दिया था लेकिन मध्य फरवरी में प्रतिकूल मौसम की वजह से मांग एक झटके में नीचे आ गई। मार्च का महिना। सीजन की शुरुआत का महीना माना जाता है। एक बार फिर से उठते बाजार में ब्रेक लगाया, बादल और बारिश ने। अब यह बाधा दूर होती नजर आ रही है क्योंकि पारा 40 के करीब पहुंच चुका है।

स्टार्टिंग पॉइंट पर है खिलाड़ियों की भीड़

मार्च से जुलाई के अंत तक होने वाली इस स्पर्धा में इस वर्ष खिलाड़ियों की भीड़ कुछ ज्यादा ही है। स्टार्टिंग पॉइंट पर दिग्गजों के अलावा नए चेहरे भी नजर आ रहे हैं। समूचे जिले की बात करें, तो कस्बों में तक पानी की पैकिंग यूनिटें संचालन में आ गई हैं। ऐसे में दिग्गजों का प्रदर्शन कैसा होगा ? यह क्रॉस लाइन पार करने यानी जुलाई अंत में जाना जा सकेगा क्योंकि दर्शक यानी उपभोक्ताओं की संख्या जस-की-तस है।

लगातार झटका

पहला झटका पीक सीजन के लिए तैयारी के दौरान उस वक्त लगा, जब मध्य फरवरी में एका-एक बादल आए और तेज हवाएं ऑर्डर की तैयारी उड़ा कर ले गईं।  चालू माह की बीच की अवधि में लगातार 5 दिन मौसम बदलता रहा। इस तरह दोनों झटके से हिल चुका पानी का कारोबार पीक सीजन के दिनों के बीच पहुंच चुका है। देखना दिलचस्प होगा कि सबसे आगे कौन होगा ?

स्टार्टिंग पॉइंट पर भीड़

दिग्गज खिलाड़ी तो हैं ही। इस बार जिला मुख्यालय के अलावा सिमगा, रोहरा, तरेंगा, खोखली, भाटापारा और पलारी जैसे शहरों से भी पानी पाउच, बाॅटल और जार की पहुंच निश्चित की जा चुकी है। लिहाजा प्रतिस्पर्धा के कई दौर का सामना करने के लिए विवश है पानी का कारोबार। दूसरी प्रतिस्पर्धा, कम कीमत पर देने के रूप में देखी जा रही है। ऐसे में मैदान फतह कर पाना आसान नहीं रहा।

है खपत इतनी प्रतिदिन

अनुमान के मुताबिक जिले में सीजन के दिनों में 10000 पानी पाउच की बिक्री होती है। जबकि पानी की बाॅटल में रोज की खपत लगभग 60000 बाॅटल की है, जार में यह आंकड़ा 500 से 2500 के आसपास ही है। खपत में बढ़ोतरी की संभावना नहीं है क्योंकि उपभोक्ता, अब तक बीते साल जितने ही हैं। थोड़ी उम्मीद शादियों की तारीखों से ही है, जो बहुत जल्द आने वाले हैं। पानी पाउच को चुनावी माहौल की प्रतीक्षा है, जिसमें तेजी आने लगी है।

By MIG