जापान का 40वां निवानो शांति पुरस्कार की घोषणा पर गांधीवादी राजगोपाल का नागरिक अभिनंदन

भोपाल। गांधीवादी राजगोपाल पी.व्ही. ने कहा अपने लोगों से मिला प्यार किसी भी पुरस्कार से बड़ा होता है। पुरस्कार का तीन महत्व इस समय है। पहला, आज सरकार द्वारा हर सामाजिक आंदोलन को दबाया जा रहा है, जबकि मानव अधिकार की बात संविधान में है। अलग-अलग तरह से संस्थाओं को परेशान किया जा रहा है, ऐसे समय में इस पुरस्कार का महत्व है। यह पुरस्कार गांधी जी के काम को स्वीकार करने का महत्व है, जब देश में उन्हें नकारने की बात हो रही है। तीसरी बात यह है कि यह पुरस्कार दुनिया में अहिंसा को महत्व देता है। आज देश में नफरत से बाहर आकर प्रेम एवं भाईचारे को बढ़ाने की जरूरत है। आज मैं चार स्तरीय तरीके से अहिंसा पर काम कर रहा हूं। यह मेरा पूरा जोर है कि सत्ता को कैसे अहिंसक बनाया जाए?

राजागोपाल पी वी को न्याय और शांति की सेवा में उनके असाधारण कार्य के लिए दुनिया की प्रतिष्ठित संस्था निवानों पीस फाउंडेशन, जापान ने 40वां निवानो शांति पुरस्कार देने की घोषणा की है. इस उपलक्ष्य में गांधी भवन, भोपाल में उनका नागरिक अभिनंदन किया गया। इसके साथ ही सर्वधर्म सद्भावना मंच व समस्त समाज सेवी संस्थाओं के संयुक्त तत्वावधान में होली मिलन का आयोजन किया।

वरिष्ठ पत्रकार राकेश दीवान ने विख्यात गांधीवादी राजगोपाल पी.व्ही. को याद करते हुए कबीर की याद आती है। कबीर जैसा जीवन और कबीर गायन में वे रचे-बसे हैं। वे कथककली नृत्य में परांगत हैं, इसलिए वे अपनी भाव-भंगिमा से अपने विचारों को व्यक्त कर पाते हैं। उन्होंने चंबल में हिंसा के ताने-बाने को अहिंसा के माध्यम से खत्म किया। यह दुनिया का अतुलनीय काम है। उन्होंने गांधीवादी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया, जो देश-दुनिया में अहिंसा के माध्यम से शांति, समानता एवं न्याय के लिए काम कर रहे हैं। इस मौके पर प्रदेश भर से आए नागरिकों एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रन सिंह परमार, लेखक शैलेन्द्र शैली , संत पुजारी संघ के अध्यक्ष दीक्षित जी, पूर्व विधायक महेश मिश्रा सहित कई गणमान्यों ने अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर सैकड़ों नागरिक उपस्थित हुए। कार्यक्रम का संचालन सतीश पुरोहित ने किया।

राजा जी आज के कबीर

वरिष्ठ पत्रकार लज्जा शंकर हरदेनिया ने कहा दुनिया की सबसे बड़ी हिंसा के शिकार देश जापान है, वह अहिंसा के महत्व को समझता है। ऐसे देश से राजगोपाल को सम्मान मिलना देश के लिए गौरव की बात है। गांधीवादी विचारक अनुराधा शंकर ने कहा मंच का काम मील का पत्थर है। राजा जी का काम सभी को जोड़ता है। राजा जी आज के जमाने के कबीर हैं। वे जिनसे मिलते हैं, उनको जोड़ते हैं। भारत माता में हम सभी लोग है। उन्होंने देश को जागृत किया है। समाज के अंतिम तबके के अधिकारों के लिए काम किया है। जापान का जो सम्मान पूर्वी दुनिया का नोबेल है। सद्भावना मंच के संयोजक महेन्द्र शर्मा ने कहा कि राजगोपाल जी ने गांधीवादी एवं सर्वोदयी विचारों को दुनिया में विस्तार दिया है।

हम प्यार मोहब्बत की करते हैं बातें

भंते सागर थेरा ने कहा सभी धर्मों के व्यक्ति यहां मंच पर है, अपने-अपने सिद्धांत एवं मतों के अनुसार चलते हुए इंसानियत की बात कर रहे हैं। भोपाल इस तरह का आयोजन करने वाला इकलौता शहर है। फादर आनंद मुटुंगल ने कहा कि देश को शांतिमय एवं भाईचारा वाला देश बनाने की जरूरत है। राजगोपाल को जिस अहिंसक मूल्यों के लिए जापान से जो सम्मान मिला, उसे जीवन में अपनाने की जरूरत है। प्रो. मनोज जैन ने कहा राजगोपाल को सम्मान मिलने से देश गौरवान्वित हुआ है। सर्वधर्म सद्भावना मंच के हाजी हारुन ने कहा इस वक्त देश में कुछ लोग आग लगाने की की कोशिश कर रहे हैं, तो हम पानी डालने का काम कर रहे हैं। गदर करने वाले चंद लोग होते हैं। हम प्यार मोहब्बत की बात करते हैं। देश सदियों से धर्मनिरपेक्ष रहा है।