00 शहर कांग्रेस कमेटी कमजोर निष्पक्ष जांच हुई तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा

बिलासपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के शहर प्रवास के दौरान न्यू सर्किट हाउस में विधायक शैलेश पांडे और ब्लॉक अध्यक्ष तैय्यब हुसैन के बीच उपजे विवाद इनता ज्यादा बढ़ गया है। कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी को जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित करना पड़ा। वहीं इस मामले में संगठन विधायक के विरोध में खड़ा हो गया। संगठन के नेताओं का कहना है कि न्यू सर्किट हाउस में तैय्यब ने किसका कालर पकड़ा कोई नहीं जानता। इस मामले को लेकर संगठन के नेताओं की टीम बुधवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी से शिकायत करने रायपुर रवाना हो गए है।
कांग्रेस में संगठन और विधायक फिर एक बार आमने सामने हो गए है। यह विवाद कहां जा कर थमेगा यह कोई नहीं बता पा रहा है। विवादों को लेकर सुर्खियों में रहें शहर विधायक शैलेश पांडे इस बार घिरते नजर आ रहें है। दरसल जहां पर यह घटना हुई वहां कांग्रेस के पूर्व सांसद, विधायक, विरिष्ठ नेता, पूर्व पार्षद, पार्षद एल्डरमेन सहित दूसरे जिले के भी वरिष्ठ नेता मौजूद थे। इनमें से कोई भी नेता यह नहीं बता पा रहें है कि क्या वाकई में तैय्यब ने विधायक का कालर पकड़ा ? अब मामला प्रदेश कांग्रेस कमेटी के हाथ में जा चुका है। अगर निष्पक्ष रुप से जांच हुई तो इस बार दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। आज संगठन की सक्रियता को देख विधायक खेमें के नेताओं की चेहरे की लालिमा गायब गई है। हकीकत क्या है न्यू सर्किट हाउस में मौजूद सारे नेता और मीडियाकर्मीयों को पता है। यह बता अलग है कि मीडिया ने हकीकत से परे जा कर उछाला है।

0 स्थानी संगठन भारी कमजोर
प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्बारा नरेंद्र बोलर के स्थान पर प्रमोद नायक को शहर अध्यक्ष बनाया गया जो अपने एक साल के कार्यकाल में काफी कमजोर साबित हुए है। प्रमोद नायक के कार्यकाल में कांग्रेसियों के बीच अनेको बार सार्वजनिक जगहों पर विवाद हो चुका है लेकिन आज तक किसी मामले में कार्रवाही करना तो दूर एक नोटिस तक जारी नहीं कर पाए है।

0 क्या कहता है नियम
विधायक और ब्लॉक अध्यक्ष का विवाद हुआ तो सबसे पहले शहर कांग्रेस कमेटी में शिकायत होना था इसके बाद यहां बात नहीं बनने पर इसे प्रदेश कांग्रेस कमेटी भेजा जाना था। लेकिन ऐसा न करके प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सारे नियमों को दरकिनार करते हुए शहर कांग्रेस कमेटी के किसी भी सदस्य से जानकारी लिए बैगेर आनन फानन में जांच कमेटी गठित कर दी है। इससे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा हो गया है।