पैमाइश के लिए तीन आरआई और तीन पटवारी रहेंगे मौजूद
रतनपुर। भूमाफियाओं के बदनियति के शिकार शहर की चर्चित और सबसे पौश इलाका महामाया चौक स्थित भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी ब्रांच बिलासपुर की बेशकीमती करोड़ों रुपए मूल्य की 84 डिसमिल जमीन का फिर सीमांकन किया जाएगा. इसके तीन राजस्व निरीक्षकों और तीन पटवारियों को जिम्मेदारी दी गई है.
मंत्री से लेकर संत्री तक पहुँच रखने वाले शहर के सबसे ज्यादा रसूखदार लोगों की काबिज जमीनों की पैमाइश कर भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी बिलासपुर ब्रांच की 84 डिसमिल ( 0.340 हेक्टेयर) जमीन का सीमांकन सोमवार को किया जा जाएगा। जमीन का सीमांकन करने रेडक्रॉस सोसाइटी ब्रांच बिलासपुर के आवेदन पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कोटा जिला बिलासपुर ने ज्ञापन जारी किया है। सीमांकन के लिए कोटा ब्लॉक के तीन राजस्व निरीक्षक और तीन पटवारियों की टीम बनाई है. जमीन का सीमांकन करने बनाई टीम में अमित कुमार गुप्ता राजस्व निरीक्षक, करगीकला, इन्द्र कुमार सिंह राजस्व निरीक्षक, बेलगहना, मधुला साह राजस्व निरीक्षक, टेगनमाड़ा, भारत सिह राज प.ह.न. 05 मुख्यालय मझवानी, जयप्रकाश आडिल पटवारी ग्राम नवागांव-कर्रा, राजेश पाण्डेय पटवारी ग्राम रानीगांव को शामिल किया गया है। तीन राजस्व निरीक्षकों और तीन पटवारियों की टीम सोमवार 7 नवम्बर को रतनपुर पटवारी हल्का नंबर 12 तहसील रतनपुर स्थित खसरा नंबर 3600/4 और 3601/3 रकबा 0.340 हेक्टेयर भूमि का सीमांकन करेगी.
उपस्थित रहने इनको भेजा नोटिस
कार्यालय पटवारी हल्का नंबर 12 मुख्यालय रतनपुर तहसील रतनपुर ने न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी (रा.) के ज्ञापन, क./3098/वाचक-1/2022 कोटा, दिनांक 17.10.2022 को संदर्भित कर 1. रेडक्रॉस सोसायटी ब्रांच बिलासपुर (आावेदक), 2. गिरीश कुमार/सुधीर कुमार वगै, 3. विश्वनाथ/रामाधार, 4 अशोक/रामाधार, 5. सुरेश कुमार/ मूलचंद, 6. दीपक कुमार/ ओमप्रकाश, 7. अरुण कुमार/बालकृष्ण वगैरह, 8. भागवत/श्यामलाल, 9. संतोष कुमार शर्मा /रामखिलावन, 10. रमेश /कलीराम, 11. प्रमोद कुमार/ जोगीराम अग्रवाल, 12. अंचला द्विवेदी /के के. द्विवेदी , 13. उमा अग्रवाल/प्रमोद अगरवाल, 14. माया थावरानी/ हरगुनदास, 15. राजेश अवाल/भगवानदास, 16. एमेंश शर्मा / उमादत्त शर्मा, 17. नजरूददीन खोखर, 18. अनवर खान को जमीन संबंधित दस्तावेज के साथ मौजूद रहने सूचना भेजी गई है.

नक्शा अंकन न होना है विवाद का बड़़ी वजह
पटवारी हल्का नंबर 12 का खसरा नंबर 3600/1 और 3601 विस्तृत रकबे की जमीन है. इस जमीन के अलग अलग हिस्से पर कई लोगों का भूस्वामी और भूधारी हक है. इस रकबे की जमीन के अलग अलग हिस्से की खरीदी बिक्री भी हो चुकी है. खसरे में इसका बटांकन तो कर दिया गया है. वहीं काबिज जमीन का नक्शे पर अंकन नहीं किया गया है. भू स्वामी अपनी जमीन पर कहां कहां काबिज है उनका नक्शे पर विवरण नहीं है. वहीं खरीदी गई जमीन की रजिस्ट्री पेपर में दर्ज जमीन से अधिक रकबे पर लोगों का काबिज होना भी समस्या का एक कारण है. इसी जमीन पर क्रमशः बारह और तीन डिसमिल जमीन आबादी भूमि है इसका भी अलग नक्शा नहीं है, आबादी जमीन का काफी हिस्सा रोड चौड़ीकरण में चला गया है है वहीं मौके पर रकबा जस का तस बना हुआ है.