सुतली की दोनों किस्में तेज
भाटापारा। आसार। समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए किसानों को फिर बाजार से बारदाने की खरीदी करनी पड़ सकती है क्योंकि धान की खरीदी के लिए बारदाने की मांग के विरुद्ध, केंद्र ने बेहद कम संख्या की मंजूरी दी है। इससे खुले बाजार पर मांग का दबाव बढ़ने की पूरी आशंका है।
मानसून का समय पर नहीं पहुंचना। खाद-बीज की बढ़ी हुई कीमत। डीजल की कीमत में हर रोज बढ़ोत्तरी के बाद कल्टीवेशन चार्ज का बढ़ना। यह सब ऐसे कारक रहे हैं, जिसनें प्रति एकड़ लागत बढ़ा दी है। अब एक और नया खर्च किसानों तक पहुंचने जा रहा है, वह है बारदाना, जिसकी खरीदी, इस साल भी ज्यादा पैसे देने के बाद ही की जा सकेगी। ठहरा हुआ बारदाना बाजार, तैयारी तो कर रहा है लेकिन मांग को लेकर संशय में है।
इस बार इस कीमत पर
किसानों की क्रय शक्ति को देखकर जूट बैग बाजार, इस बरस चार विभिन्न दर में बारदाने उपलब्ध करवाने जा रहा है। जैसी खबर आ रही है, उस पर भरोसा किया जाए तो, पुराने जूट बैग, इस साल 19 रुपए ,22 रुपए ,25 रुपए और 30 रुपए प्रति नग की कीमत पर मिलेंगे। जबकि नए जूट बैग की कीमत 65 से 80 रुपए के आसपास चल रही है। बता दें कि ऐसे जूट बैग की वजन क्षमता 40 किलो है।
प्लास्टिक बैग में हल्की तेजी
आटा, सूजी, मैदा, शक्कर और उर्वरक के पुराने प्लास्टिक बैग के लिए भी यह बाजार तैयार हो चला है। भाव में हल्की तेजी तो है लेकिन इसे अभी क्रय शक्ति के भीतर ही होना बताया जा रहा है। जैसी कीमत, बाजार बता रहा है उसके मुताबिक 7 रुपए 50 पैसे से लेकर 12 रुपए प्रति नग की दर पर यह, फिलहाल बाजार में उपलब्ध हैं।
सुतली भी तेज
जूट उत्पादन में गिरावट के बाद प्लास्टिक के बैग और सुतली के भाव भी बढ़ चले हैं। प्लास्टिक के दाने में आई तेजी के बाद, इस बरस प्लास्टिक सुतली की कीमत 70 से 130 रुपए किलो पर पहुंच गई है तो जूट की सुतली 85 रुपए से लेकर 110 रुपए किलो तक की कीमत पर मिलेगी। यानी अपनी ऊपज बेचने के लिए कदम- कदम पर किसानों को अच्छी- खासी रकम खर्च करनी होगी।
सरकार की ऐसी है तैयारी
समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी करने के लिए, इस बरस सरकार ने केंद्र से 25 करोड़ नग बारदाने की मांग की है। अनुमति केवल 1 करोड़ 77 लाख नग बारदाने की मिली है। सीधा सा मतलब यह कि बारदाने का पूरा बोझ किसानों पर ही पड़ने की आशंका है। मालूम हो कि इस सत्र में राज्य सरकार ने 92 लाख टन धान की खरीदी का लक्ष्य तय किया है। इसके लिए हर स्तर पर तैयारी चालू हो चुकी है।