अचार का सीजन शुरू



बिलासपुर। मसालों की खरीदी करने की तैयारी कर रहे हैं, तो ज्यादा पैसे लगेंगे क्योंकि जीरा में तेजी आ चुकी है। देखा-देखी मसालों की दूसरी किस्मों में भी तेजी के संकेत हैं।

अचार का सीजन आ चुका है। आंध्र प्रदेश से कच्चा आम की आवक शुरू हो गई है। बढ़ती आवक के बाद कीमत में अब मंदी आने लगी है। इससे घरों में अचार बनाने की तैयारी जोर पकड़ती नजर आने लगी है। पूछ- परख और होती छिटपुट खरीदी के बाद मसाला बाजार भी तैयार है, लेकिन बढ़ती उपभोक्ता मांग में जीरा रुकावट बन रहा है क्योंकि इसकी कीमत में जबरदस्त उछाल आ चुका है।

तूफानी तेजी

रसोईघर के लिए बेहद अनिवार्य माना जाने वाला जीरा अब 500 रुपए किलो पर ही खरीदा जा सकेगा। सप्ताह भर के भीतर इसने 100 रुपए की जैसी छलांग लगाई है, उससे मसाला बाजार हैरत में है। होलसेल काउंटर से रिटेल काउंटर की खरीदी में आंशिक कमी तो आई है लेकिन यह दीर्घकाल तक बनी रहेगी, उससे इनकार किया जा रहा है।

शिखर पर काली मिर्च

औषधीय गुणों की बहुतायत की वजह से काली मिर्च की मांग हर बरस बढ़ रही है। रसोईघरों में सीमित मात्रा में उपयोग की जाने वाली काली मिर्च की अहमियत इसी बात से जानी जा सकती है कि 700 रुपए किलो का भाव होने के बावजूद मसालों की सूची में इसे पहले स्थान पर रखा जाता है। कारोबारियों के अनुसार इसमें भी तेजी की आशंका बनी हुई है।

सीजन की मांग इनमें

अचार का सीजन चालू हो चुका है, इसलिए सरसों की खरीदी पहले की जा रही है। इसमें खड़ा सरसों 50 से 70 रुपए किलो पर मिल रहा है। सरसों दाल 100 से 110 रुपए किलो में खरीदे जा सकते हैं। हल्दी 70 से 100 रुपए किलो पर राहत दे रही है लेकिन मिर्च 270 रुपए पर तीखा झटका दे रही है। अजवाइन 250 रुपए और सौंफ 300 रुपए किलो पर स्थिर है।