काट रहे उपज से भरी बोरियां


भाटापारा।  लचर सुरक्षा व्यवस्था की पोल तब खुल गई, जब नांदघाट, खपरी के किसान पीतांबर बंजारे ने अपनी कृषि उपज की चोरी किए जाने की कोशिश की शिकायत दर्ज करवाई। शहर थाने से जांच के लिए पहुंची पुलिस ने आश्वस्त किया है कि असामाजिक तत्व जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे।

मंडी प्रांगण और बाहर में जैसी अव्यवस्था बनी हुई है, उसका लाभ अब असामाजिक तत्व उठाने  लगे हैं। जिम्मेदारी बनती है मंडी प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था की। शहर पुलिस को भी स्वत: संज्ञान लेना चाहिए किसानों और कृषि उपज की सुरक्षा की लेकिन दोनों ने जैसी लापरवाही दिखाई, उसका खामियाजा किसान पीतांबर बंजारे को उठाना पड़ा।

क्या है मामला

नांदघाट के समीप ग्राम खपरी निवासी पीतांबर बंजारे  बुधवार सुबह रबी फसल को बेचने के लिए कृषि उपज मंडी पहुंचा, लेकिन लंबे जाम की वजह से उसे अपनी ट्रैक्टर प्रांगण के बाहर ही खड़ी करनी पड़ी। दोपहर तक जब प्रवेश नहीं मिला तो वह साथ में आए अन्य सहयोगी किसानों के साथ भोजन के लिए करीब की ही होटल में चला गया। वापस लौटने पर उसने बड़ी मात्रा में सड़क पर धान गिरा हुआ पाया। पूछताछ करने पर चोरी का प्रयास किए जाने की जानकारी मिली।

मंडी प्रशासन ने झाड़ा पल्ला

पीतांबर बंजारे के साथ कुछ अन्य किसान भी, जिनके साथ भी ऐसी ही घटनाएं हुई थी, विचार विमर्श के बाद मंडी कार्यालय पहुंचे। किसानों को सलाह दी गई कि शहर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाएं। इससे अधिक कुछ नहीं कर सकते। परेशान किसानों ने अंतत: शहर पुलिस स्टेशन पहुंचकर मामले की शिकायत दर्ज करवाई। जांच के लिए पहुंची पुलिस ने आश्वस्त किया है कि जल्द ही आरोपी पकड़ लिए जाएंगे।

रोज हो रही ऐसी घटनाएं

पीतांबर का मामला सामने आने के बाद अब ऐसे किसान भी सामने आने लगे हैं, जिनकी उपज की चोरी हो चुकी है। वाहन मालिक और वाहन चालक भी वाहन को नुकसान पहुंचाने और टूल बॉक्स से  सामान की चोरी की शिकायत पुलिस से करने की तैयारी में है। ध्यान देना होगा मंडी और पुलिस प्रशासन को क्योंकि यह घटनाएं सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहीं हैं।

By MIG