पहले कच्ची शराब बनाने वाले की शिकायत करने पर बेलतरा विधानसभा क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ता के ही खिलाफ मारपीट का अपराध दर्ज कर लिया। शिकायत हुई पर कार्रवाई सिफर. अब शहर के ही एक कार्यकर्ता की थाने में पिटाई कर मोटी रकम एठ ली. धमकाया कि खूब फोन कराता है। शर्मिंदगी ऐसी कि अब अपने ही बड़े नेताओं के सामने दुखड़ा सुनने हिम्मत नहीं जुटा पा रहा. कानाफूसी चल रही, अपनी पार्टी की ही सत्ता में सब क्यों हो गए बैगाने । ताजा चर्चे बहादुर की… क्यों खफा हैं कोतवाल भाजपाईयों से …?
प्रदेश के सबसे पुराने थानों में शुमार थाने के कोतवाल नए साल में भाजपाईयों से नाराज हैं ? नए साल क पहले सप्ताह में थाने के ही करीब का गांव जो बेलतरा विधानसभा क्षेत्र में आता है के भाजपा कार्यकर्ता ने कच्ची शराब बनाने और बेचने से मना किया तो आरोपी ने घर में घुसकर भाजपा कार्यकर्ता और उसके नाबालिग बेटी की पिटाई कर दी। फिर आरोपी ने ही 112 में शिकायत कर दी। 112 की गाड़ी में पुलिस मौके पर पहुंची. आधी रात को ही भाजपा कार्यकर्ता को गाड़ी में बिठाकर गांव से निकली । आधे रास्ते में रेस्ट हाउस रतनपुर के पास उसे गाड़ी से उतार दिया। इसके बाद लहूलुहान भाजपा कार्यकर्ता आधी रात को वहां से पैदल चल कर रतनपुर थाने पहुंचा। जहां मौजूद पुलिस कर्मियों को घटना की जानकारी देकर रिपोर्ट लिखने निवेदन किया। रात में मौजूद पुलिस कर्मियों ने न जो उसकी रिपोर्ट लिखी और न ही फटे सिर का डाक्टरी मुलाहिजा कराया। सुबह रिपोर्ट लिखने की बात कहकर उसे चलता कर दिया। सुबह रिपोर्ट लिखाने पहुंचने पर मारपीट करने का आरोपी बताकर गिरफ्तार कर लिया गया। उससे छह हजार रुपए की मांग भी की गई। उसके परिचित वकील अपने काम से थाने पहुंचा तो उसके पूछताछ करने पर गिरफ्तार होने की जानकारी हुई । वकील ने ही मुचलके में उसे छुड़वाया।

इस मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक से पीड़ित ने की है। इस पर कोई कार्रवाई अभी तक तो होती नही दिखी है.
हिम्मत दगा दे रही
ताजा चर्चा बहादुर के सार्वजनिक होने के बाद एक और शहर के ही पुराने कार्यकर्ता के पिटाई की चर्चा आम है। दहशत ऐसी की खुले तौर पर कोई घटना की पुष्टि नहीं कर रहा. कानाफूंसी जोरों पर हैं। शर्मिंदगी ऐसी की नेताजी की हिम्मत दगा दे रही है। प्रदेश में अपनी पार्टी की सरकार और क्षेत्र में फायरब्रांड छाया विधायक फिर भी सब अंधियार….
तीन पेटी का किस्सा क्या है साहेब …

चर्चा तो तीन पेटी का भी है। शनिवार की शाम क्या पकड़ कर ले आए …. डीलर को अभिरक्षा में छोड़ आए …. कोचिए को उठा लाए … पेटी से किसको मिल गई “निजात” …..
तीसरी आंख में सब कुछ है रिकॉर्ड सम्हल कर रहें ….
बहादुर ने दिखाई बहादुरी
