बिलासपुर। स्वास्थ्य विभाग के सुपर सीएमएचओ और मैनेजर कहे जाने वाले विजय सिंह ने एक बार फिर कमाल कर दिखाया है। अपनी दादागीरी और अधिकारी की तरह रौंब दिखाने वाले अंदाज में ये बिना डिग्री के एमबीबीएस डॉक्टर कहलाने वाले विजय प्रकाश सिंह ने एक निजी अस्पताल में अपना रौब दिखाते हुए इलाज के बाद ढ़ाई लाख रुपए छोड़ने का दबाव बनाया।

अस्पताल प्रबंधन ने पूरा नहीं लेकिन कुछ राशि कम करने की बात कही तो अपने फर्जी अधिकारी वाले रुप दिखाते हुए टीम को लेकर अस्पताल पहंुच गए। और कई नुक्स निकालते हुए कार्रवाही की धमकी देते हुए शव को बिना पैसे दिए ही वहां से लेकर चलते बने। स्टार चिल्ड्रन हास्पिटल में मुंगेली निवासी मरीज श्रवण चौहान 36 वर्ष 26 मार्च को भर्ती हुए थे जिनकी मृत्यु 11 मई को हो गयी। मरीज का अस्पताल और मेडिकल का बिल ढाई लाख बकाया था जिस पर संचालक द्बारा कुछ रक़म कम कर के देने के लिए बोला गया, रात होने के कारण परिजनों द्बारा शव सुबह ले जाने का निर्णय लिया गया।

अस्पताल प्रबंधन द्बारा अगर रकम नही भी है तो कागजी कार्यवाही की औपचारिकताएं करने कहा गया था। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के तथकथित सुपर सीएमएचओ विजय प्रकाश सिह द्बारा ढाई लाख छोड़ने के लिए दबाव बनाया गया जिस पर संचालक द्बारा असमर्थता जताई गई। सुबह विजय सिंह टीम के साथ स्टॉर चिल्ड्रन हॉस्पिटल जा कर बिलो का अवलोकन किया जिसमें अस्पताल की बिलिग ठीक पायी गयी परंतु मेडिकल की बिलिग में अधिक बिलिग पायी गयी जिस पर संचालक द्बारा क्लीर गाइडलाईन नही होना बताया गया। ऐसी दशा में परिजन को शव के साथ रवाना किया गया जिसमें ना परिजनों द्बारा कुछ हंगामा किया गया ना संचालक द्बारा अवरोध किया गया।

ऐसे दबावपूर्ण वातावरण में संचालक द्बारा खेद प्रगट किया गया और कहा गया कि मरीजों का ध्यान रखे की प्रशासनिक कार्यों में उलझे रहे। वहीं इस बार भी सीएमएचओ डॉ. प्रमोद महाजन से भी ज्यादा स्वास्थ्य विभाग में पॉवर में रहने वाले सुपर सीएमएचओ बिना डीग्री के कलेक्टर के नजरों में एमबीबीएस डॉक्टर कहे जाने वाले विजय प्रकाश सिंह ने स्टॉर चिल्ड्रन हॉस्पिटल संचालक को इलाज के बदले बिना 2 लाख 5० हजार दिलाएं बिना खुद वाहवाही लुटने लगे है।