तेजी अब बीज बाजार में



बिलासपुर। टमाटर के बाद अब भाजी फसलों में गर्मी आने लगी है। यह इसलिए क्योंकि बीज की कीमत में जोरदार वृद्धि हो चुकी है। सर्वाधिक तेजी, लाल और चौलाई भाजी के बीज में आई है। संकेत आने वाले दिनों में तेजी के ही मिल रहे हैं क्योंकि शीत ऋतु के लिए सब्जी बाड़ियों की मांग निकलने लगी है।

ऑफ सीजन सब्जियों में मांग के बाद अब ऐसी फसलें ना केवल बोई जा रहीं हैं बल्कि बाजार में पहुंचने लगीं हैं, जो शीत ऋतु में मिलती है। उसमें भाजी की वह प्रजातियां मुख्य हैं जिन्होंने दस्तक दे दी है। कीमत ज्यादा जरूर है लेकिन आते ही खरीद ली जा रही है। यही वजह है कि भाजी फसलों के बीज की मांग निकल रही है।

लाल भाजी गर्म

चालू माह के पहले सप्ताह में बोई गई भाजी फसलों की आवक शुरू हो चुकी है। अब दूसरी फसल की तैयारी के बीच, लाल भाजी बीज 300 रुपए किलो, पालक और मेथी भाजी बीज दोनों की कीमत 100 रुपए किलो पर पहुंच चुकी है। अमारी बीज 80 रुपए, तो खेड़हा बीज 150 रुपए किलो पर खरीदे जा रहे हैं। चेंच और चौलाई भाजी के बीज भी डिमांड में हैं, इसलिए यह क्रमशः 120 रुपए और 200 रुपए किलो पर खरीदी जा रही है।

तेवर तीखे मिर्च के

मांग और कीमत अच्छी है। यह शीत ऋतु तक बने रहेंगे। इसलिए मिर्च बीज हाइब्रिड में 10 ग्राम 300 रुपए में मिल रहा है। शिमला मिर्च में यह किस्म 800 रुपए में उपलब्ध होगी। टमाटर हाइब्रिड 800 से 1000 रुपए में 10 ग्राम पर अभी भी मजबूत है। भिंडी न्यूनतम 2000 रुपए और अधिकतम 4000 रुपए किलो पर स्थिर है। फूल गोभी के हाइब्रिड बीज 10 ग्राम के पैक में 250 से 450 रुपए में इसलिए लिए जा रहे हैं। पत्ता गोभी के बीज 250 रुपए में इसी वजन में लिए जा सकेंगे। तैयारी करनी है शीत ऋतु के लिए इसलिए, करेला बीज 50 ग्राम 250 रुपए, सेमी बीज 700 रुपए किलो, लौकी 10 ग्राम 40 रुपए, कुम्हड़ा 60 रुपए में लिया जा रहा है।

इसलिए तेजी

देशस्तर पर सब्जी की निकली मांग के बीच सब्जी किसानों की मांग बीज में निकली हुई है। शीत ऋतु के लिए बीज में अग्रिम खरीदी की तैयारी चालू हो चुकी है, इसलिए बीज कंपनियां मांग के चौतरफा दबाव में हैं। नियंत्रण में लाने की कोशिश की वजह से बीज की कीमत बढ़ रही है। हैरत इसलिए जताई जा रही है क्योंकि बारिश के मौसम में भाजी फसलों के बीज की मांग किसान कर रहे हैं। लिहाजा भाजी बीज में मांग बने रहने के संकेत हैं।