बिलासपुर। उद्योग मंत्री कवासी लकमा 25 मार्च को उद्योग विभाग के कार्यशाला में भाग लेने बिलासपुर पहुँचे। उन्होंने छत्तीसगढ़ भवन में नेताओ और कार्यकर्ताओं से मिलना तय किया, पर शासन ने 12 बजे कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण सभी जिले के कलेक्टरों को धारा 144 लागू करने फरमान जारी कर दिया।
इस बात की खबर लगते ही प्रशासनिक अफसर सीधे उन्हें कार्यक्रम स्थल कृषि महाविद्यालय के ऑडिटोरियम और उसके बाद विधायक निवास ले गए। भीड़ में अव्यवस्था के बीच कार्यक्रम हुआ शोषल डिस्टनसिंग, मास्क की। जमकर धज्जियां उड़ाई गयी। प्रशासन ने भी आंख मूंद ली मंत्री के कार्यक्रम तक शासन के इस फरमान को दबाकर रखा गया। कार्यक्रम के बाद जिला प्रशासन ने 2 बजकर 29 मिनट पर धारा 144 लागू करने का फरमान जारी किया।
अब आप खुद समझ लीजिए प्रशासन के जिम्मेदार अफसर और जनप्रतिनिधि जनस्वास्थ्य और महामारी को लेकर कितने गम्भीर है। जिन्होंने मंत्री के कार्यक्रम के लिए धारा 144 को ढाई घण्टे टांग दिया।
सवाल यह उठता है कि क्या सारे नियम कायदे केवल खेदू बल्दु के लिए है।
