अब एएसपी डीएसपी और निरीक्षक की टीम पास्को के तहत दर्ज अपराध और दुष्कर्म पीड़िता की माँ को आननफानन में गिरफ्तार करने की जांच कर सच की पतासाजी करेंगे
छत्तीसगढ़ में बिलासपुर जिले के रतनपुर थाना में शुक्रवार को दुष्कर्म पीड़िता की माँ पर अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने और पास्को के तहत अपराध दर्ज कर आननफानन में आरोपी महिला को गिरफ्तार कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने आरोपी महिला को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। इसकी खबर सार्वजनिक होते ही रतनपुर पुलिस का ग्रह गोचर बदल गया है। शनि के भारी होने के साफ संकेत नजर आने लगे। शनिवार को ब्राह्मण समाज सहित विभिन्न संगठनों के लोग कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए विरोध दर्ज कराने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे। पुलिस अधीक्षक ने प्रतिनिधि मंडल की बातों को गंभीरता से से सुना और दो टूक शब्दों में सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइन के हिसाब से कार्रवाई होने की बात कहकर अपने मातहत की कार्रवाई के ठीक होने पर मुहर लगा दी। गंभीरता से हुई इस बातचीत से शहर के लोगों का भरोसा दरक गया।

शनिवार की शाम को ही लोगों का आक्रोश उफान पर आ गया। शाम छह बजे महामाया चौक में जमा हुए । थाना घेराव का आह्वान करते हुए पैदल ही रतनपुर थाने की दहलीज पर पहुँच गए। तीन घंटे तक शांति पूर्ण तरीके से लोग डटे रहे। कुछ महिलाएं भी इसमें शामिल रही। कथित दागी थानेदार कृष्ण कांत सिंह को चूड़ियाँ भेंट की। इस पर भी थाना परिसर में ईंट और कांक्रीट से संवेदना भवन बनाने वालों की संवेदना खाकी से बाहर नहीं आई। पुलिस के अफसर अड़े रहे। ऐसे ही मुहावरा नहीं गढा गया है कि “घोड़ा क्यों अड़ा, पान क्यों सड़ा” । घोड़ा अड़ा रहा… लोग रविवार को शहर बंद करने की सूचना देकर लौट आए। इन सब के बीच संवेदनशील क्षेत्र के लोग रात काटने घर-बार छोड़ सुरक्षित ठिकाने में भी चले गए। रविवार की सुबह से ही शहर की सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठानें स्व स्फूर्त बंद रही। बंद प्रतिष्ठानों के बीच शहर की सड़कों पर गजब की गहमा गहमी। सब पर प्रशासन की नजर, चप्पे चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती। दोपहर आते आते लोगों का धैर्य टूटा।

महामाया चौक पर सड़क पुलिस प्रशासन के ख़िलाफ़ जमकर नारेबाजी हुई। थोड़ी देर सांकेतिक चक्काजाम भी हुई। दोनों ओर गाड़ियों की कतार भी लग गए। अब पुलिस के मौजूद आला अफसरों के हाथपांव भी फूलने लगे। डग्गे में अतिरिक्त पुलिस बल भी बुला लिया गया। अब पुलिस के अफसरों के सांस फूली, सिर बातचीत के टेबल पर झुकी। महामाया मंदिर ट्रस्ट कार्यालय में प्रतिनिधियों से चर्चा हुई। चर्चा कर बाहर आते तक पुलिस अधीक्षक कार्यालय से निकली थाना प्रभारी कृष्णकांत सिंह के शहर से कृष्ण मुख हो जाने के आदेश सोशल मीडिया पर तैरने लगे ।
इनके साहस को सलाम
शहर में तनाव फैलाने बाइक पर सवार कई अनाम चेहरे जहाँ फर्राटे भरते रहे वही शहर के ही युवक आनंद पाठक, राजा यादव, अमित दुबे, हारुन कुरैशी, नियाज खान, अभिनेक तिवारी, ज्ञानेंद्र कश्यप, इतवार सिंह, अजय कश्यप, विकास शर्मा, भानू प्रताप कश्यप, राजू सितलानी, छोटू कश्यप, सत्तू ताम्रकार, रविंद्र दुबे, संतोष कुम्भकार शब्बीर अली, मिर्जा जमील बेग आदि साथी आपसी भाईचारा और सौहार्द को कायम रखकर शहर में अमन चैन कायम रखने का आह्वान करते रहे। इनकी मेहनत का ही नतीजा है कि बंद और तनाव के दौरान कोई भी अप्रिय घटना शहर में नहीं हुई। इन सबको बहुत बहुत साधुवाद।


अब जमानत पर टिकी है नजर
सोमवार को कोर्ट में कामकाज होगा। दुष्कर्म पीड़ित की माँ की जमानत के लिए अदालत में अर्जी पेश की जाएगी। जमानत को लेकर पुलिस के द्वारा अदालत में किसी भी प्रकार की आपत्ति पेश नहीं करने का भरोसा पुलिस के आला अधिकारियों के द्वारा देने की चर्चा है। अब देखना होगा मामले में सोमवार को अदालत का रुख क्या होगा।

जांच टीम गठित
पुलिस अधिकारियों ने बताया पुलिस अधीक्षक बिलासपुर ने पास्को के तहत अपराध दर्ज करने में हुई गड़बड़ी की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच दल का गठन किया गया है। जांच टीम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा, एसडीओ पुलिस सिद्धार्थ बघेल और निरीक्षक परिवेश तिवारी को शामिल किया गया है। महिला और नाबालिग से जुड़े अपराध के मामले की जांच में एक भी महिला अधिकारी को शामिल नहीं किए जाने पर भी सवाल उठ रहे है।
सीडब्ल्यूसी और महिला आयोग तस्वीर से गायब
बीते तीन दिन से पूरा मामला अखबारों और सोशलमीडिया की सूर्खियों में है। इसके बाद भी सीडब्ल्यूसी और महिला आयोग की एंट्री पूरे मामले में नहीं हुई है। ऐसे में इनकी भी कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। सीडब्ल्यूसी और महिला आयोग को इस पूरे मामले में संज्ञान लेकर जांच कर कार्रवाई करनी चाहिए।