फिर कचरे के ढेर से लाकर लगाई गई दवाओं की प्रदर्शनी
कोटा ब्लॉक के रतनपुर का मामला
बीएमओ की बड़ी लापरवाही
रतनपुर. जरुरतमंद गरीब मरीजों के हिस्से की सरकारी दवाएं बुधवार को भी रतनपुर के कोरबा भांवर रोड स्थित मणिकंचन केंद्र के कचरों के बीच ही पसरी मिली. जिम्मेदार अधिकारी जो कैमरे के सामने जांच कर कार्रवाई करने की बात कहते रहे, यहाँ झांकने तक नहीं गए. वहीं यहाँ से उठा पुराने बस स्टैंड पर प्रदर्शन के लिए रखी सीरप की बोतलों को भी लेने कोई नहीं आया. इससे ही इस मामले पर पर जिम्मेदार अधिकारियों के रूख का अंदाज़ा लगाया जा सकता है.
नगर पालिका परिषद रतनपुर कोरबा भांवर रोड में तालाब के किनारे स्थित मणिकंचन केंद्र में कचरे की ढेर में भारी मात्रा में सरकारी दवाओं और सीरप के बिखरे होने की मंगलवार को प्रकाशित की है. इसमें बताया कि ज्यादातर दवाओं और सीरप अभी कालातीत भी नहीं हुई है. कई के जीवन काल अक्टूबर 2024 तक का बता रहा था. कचरे के ढेर में से कुछ साफ सुथरी दवाओं और सीरप की बोतलों को लाकर इसका प्रदर्शन पुराना बस स्टैंड स्थित सीताराम होटल के पास किया. इसकी जानकारी सोशल मीडिया में प्रसारित होने के बाद स्वास्थ्य अमला हरकत करती दिखी. आनन-फानन में पुराना बस स्टैंड पर भीड़भाड़ वाले इलाके में प्रदर्शन के लिए लाकर रखी दवाओं को स्वास्थ्य अमला जब्त कर ले गई. इस पर जिम्मेदार अधिकारी कैमरे के सामने जांच कर कार्रवाई करने की बात कहते नजर आए. वही जिम्मेदार अधिकारियों की नियत की सच ठीक इसके उलट दिखा. मणिकंचन केंद्र के कचरे के ढेर में जहाँ भारी मात्रा में दवाएं और सीरप पसरी हुई थी वहाँ स्वास्थ्य अमला झांकने तक नहीं गया.

इसका असर ये हुआ कि खबर का फीडबैक लेने बुधवार की सुबह पहुंचे तो दवाएं गायब मिली. सीलबंद सीरप की बोतलें खाली हो चुकी थी. इन खाली सीरप की बोतलों को को जमा कर बुधवार को भी पुराना बस स्टैंड स्थित सीताराम होटल के पास चबूतरे पर लोगों के प्रदर्शन के लिए रखा गया. इसकी जानकारी भी लोगों तक पहुँचाने सोशल मीडिया में वायरल किया गया. इसके बाद भी जिले के स्वास्थ्य अमले के जिम्मेदार अधिकारियों के कानों में जूं तक नहीं रेंगा. देर शाम तक कोई भी जिम्मेदार प्रदर्शन के लिए रखी सीरप की खाली बोतलों को जब्त करने नहीं पहुंचा. इससे जिम्मेदार अधिकारियों की इस मामले को लेकर गंभीरता का अंदाज़ा लगाया जा सकता है.
कचरे के ढेर में सरकारी दवाओं का मिलना गंभीर बात

इस मामले पर जनपद सदस्य प्रतिनिधि भानू प्रताप कश्यप ने गरीबों को दी जाने वाली सरकारी दवाएं जरूरतमंद लोगों तक नहीं पहुंच पा रही है. कचरे के ढेर में सरकारी दवाओं का मिलना गंभीर बात है. इसकी जाँच कर कार्रवाई होनी चाहिए.