विश्व आदिवासी दिवस के कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री
बिलासपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा बस्तर में शिक्षा के मंदिर में आदिवासी बेटे-बेटियां आने लगी है। गांव आबाद होने लगा है। राज्य की कांग्रेस सरकार बस्तर के वनवासियों आदिवासियों और ग्रामीणों के चेहरे पर निश्चिंता का भाव लाने का प्रयास कर रही है। खुशी की बात ये कि हम इसमें सफल भी हो रहे हैं।

मंगलवार को साइंस कालेज मैदान में विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर आयोजित आदिवासी सम्मेलन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शामिल हुए। सीएम बघेल ने कहा आदिवासियों की स्थिति में सुधार को लेकर संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी चिंता जाहिर की थी। हमारी सरकारी ने यूएनओ की चिंता में सहभागी बनते हुए आदिवासियों की बेहतरी के लिए काम करना प्रारंभ किया है। मुझे बताने में गर्व हो रहा है कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार देश की ऐसी पहली सरकार है जिसने लोहांडीगुड़ा में 17 सौ किसानों को उनकी 42 सौ एकड़ जमीन लौटाई है। देश में यह काम हमारी सरकार ने ही किया है।

बदलने लगी परिस्थितियां
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा हम सबने वह भी दौर देखा था जब प्राकृतिक वातावरण के बीच निश्चिन्त होकर घुमने फिरने वाले वनवासियों और आदिवासियों के चेहरे पर चिंता की लकीर दिखाई देती थी। मन में डर बैठ गया था। यह स्वाभाविक भी था। तब नक्सलियों ने ग्रामीणों को घर से बेघकर करने के अलावा शिक्षा के मंदिर को भी उजाड़ दिया था। 600 गांव को वीरान बना दिया था। परिस्थितियां अब बदलने लगी है।