मुख्यमंत्री ने किया कन्नौजिया कुर्मी समाज के धर्मशाला का लोकार्पण
शिवरीनारायण। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा प्रदेश के विकास में सभी समाज की सहभागिता जरूरी है। सरकार सभी समाज और वर्ग को साथ लेकर विकास की राह में बढ़ रही है। शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की योजनाओं से समाज के गरीब और जरूरतमंद लोगों का उत्थान हो रहा है
मुख्यमंत्री बघेल ने सोमवार को शिवरीनारायण में कन्नौजिया कुर्मी समाज के सम्मेलन शामिल होकर कन्नौजिया कुर्मी समाज के धर्मशाला का लोकार्पण किया। सम्मेलन को संबोधित करते उन्होंने कहा श्रमदान और सहयोग राशि से धर्मशाला भवन का निर्माण किया गया है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव हुआ है। स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट शासकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालय के माध्यम से गरीब बच्चों को सर्वसुविधायुक्त अध्यापन सुविधाएं मिलने के साथ अंग्रेजी की शिक्षा दी जा रही है। पहले किसी निजी स्कूल में पढ़ाने के लिए अधिक शुल्क देने के साथ पुस्तकों एवं ड्रेस के लिए भी अधिक पैसे खर्च करने पड़ते थे। स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट शासकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में पढ़ने वाले विद्यार्थी आने वाले दिनों में प्रदेश का नाम रोशन करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के गरीब वर्गों को निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं के साथ सस्ती दर पर दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही है। हाट बाजारों में लगने वाले क्लीनिक से मुफ्त में उपचार भी किया जा रहा है।
तीजा से पहले मिलेगा किसान न्याय योजना का दूसरा किस्त
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत इस वर्ष 21 मई को पहली किस्त दी गई। दूसरी किस्त 20 अगस्त को तीजा पर्व से पहले दी जाएगी। तीसरी किस्त एक नवंबर को और चौथी किस्त 31 मार्च को प्रदान की जाएगी। इसी तरह राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना और गोधन न्याय योजना की राशि भी दी जा रही है। किसानों, गौपालकों व भूमिहीन मजदूरों के आय को बढ़ाया जा रहा है।
अतिक्रमण रोकने जागरूक बने ग्रामीण
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि जांजगीर-चाम्पा जिले में बहुत अच्छा गौठान है। यहां भी गोबर की खरीदी होती है। इससे बनने वाले वर्मी कम्पोस्ट को इस्तेमाल धान उत्पादन में किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पैरा का उपयोग भी खाद बनाने के लिए किया जा सकता है। यह सभी खेतों की उर्वरा शक्ति को बढ़ाने के साथ जमीन को उपजाऊ बनाती है। छत्तीसगढ़ की सरकार गौ सेवा के साथ गोबर और गौ-मूत्र की खरीदी भी कर रही है। गौमूत्र से कीटनाशक और गोबर से खाद बनाया जा रहा है। इससे किसानों, मजदूरों को आर्थिक लाभ पहुंच रहा है। ग्रामीण आद्यौगिक पार्क स्थापना से रोजगार के नये अवसर सृजित हो रहे हैं। उन्होंने गांव में अतिक्रमण रोकने के लिए ग्रामीणों को जागरूक बनने की भी अपील की।
छत्तीसगढ़ की संस्कृति को विश्व के मानचित्र पर लाना है
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति उन्नत, प्राचीन और गौरवशाली है। इसे दुनिया के मानचित्र पर आगे लाना है। यहां की आदिवासी संस्कृति को पहचान दिलाने के साथ सरंक्षित करने की दिशा में काम किया जा रहा है। राजिम, गिरौदपुरी, दामाखेड़ा सहित शिवरीनारायण आदि के विकास के लिए कदम उठाए गए हैं। संस्कृति को संरक्षित करने के साथ पर्यटन को विकसित करने का काम किया जा रहा है। राम वनगमन पर्यटन परिपथ भी इसी कड़ी का हिस्सा है। हमारे राज्य में विशिष्ट कार्य करने वाले महापुरूष और लोग है। ऐसे लोगों को सामने लाने के साथ आने वाले पीढ़ियों को भी उनसे अवगत कराने की दिशा में सरकार काम कर रही है।