अब इंतजार 5 माह की राशि का

भाटापारा। मध्यान्ह भोजन बनाने वाली स्व-सहायता समूहों को 38 दिन के सूखा राशन की राशि जारी कर दी गई है। 5 माह से अटकी इस राशि के जारी होने से समूहों को राहत मिली है। अब इंतजार है, बाद के महीनों की रूकी राशि का, जिसे पटा कर बाजार का कर्ज चुकाया जा सकेगा।

कोरोना काल में स्कूलों के खुलने के बाद मध्यान्ह भोजन के नियमित संचालन के लिए बच्चों को सूखा राशन दिए जाने की व्यवस्था की गई थी। लंबी अवधि के बाद स्कूलों का ताला खुलने से उत्साह में किया गया यह काम, तब निराशा पैदा कर गया जब राशि के रूकने का सिलसिला चालू हुआ। शत-प्रतिशत उपस्थिति के साथ खुलीं स्कूलों में काम कर रहीं स्व-सहायता समूहों पर राशि का बोझ, कर्ज के रूप में तब बढ़ा, जब नियमित आवंटन पर ब्रेक लगना चालू हुआ । आवाज उठाई लेकिन अनसुनी कर दी गई। मांग की लेकिन पूरी नहीं हुई। लिहाजा बाजार ने तब और उधार देने में मना कर दिया।

38 दिन की राशि जारी

लोक शिक्षण संचालनालय ने 38 दिन की अवधि में वितरित किए गए सूखा राशन की राशि स्व -सहायता समूहों को जारी कर दी। इससे समूहों को बड़ी राहत मिली है।

अब इंतजार इन महीनों का

राहत की सांस ले रहीं स्व- सहायता समूहों को अब अगस्त से लेकर चालू के महीनों की राशि के जारी होने का इंतजार है क्योंकि यह राशि भी उन पर कर्ज के रूप में बनी हुई है और बाजार का दबाव लगातार बना हुआ है। जिला मुख्यालय, संचालनालय से लगातार संपर्क में बना हुआ है ताकि यह राशि भी जल्द से जल्द जारी हो सके।

प्रयास है कि बकाया राशि का भी भुगतान जल्द से जल्द हो कि समूहों को मध्यान्ह भोजन संचालन में परेशानी ना हो।

  • के के यदु , बी ई ओ, भाटापारा