नपा के पत्र पर वन परिक्षेत्राधिकारी रतनपुर ने बताया अब तक क्या क्या हुई

महामाया कुंड में जाल में फंसकर मृत मिले 23 कछुओं का मामला

रतनपुर।  नगर पालिका प्रशासन के पत्र पर वन परिक्षेत्र अधिकारी रतनपुर ने बताया आधी रात को वीआईपी गेट का ताला खुलवा कर तीन संदिग्धों ने कछुओं का शिकार किया। इनकी शिनाख्त सुरक्षा प्रहरी ने आनंद जायसवाल, अरुण धीवर और विष्णु धीवर के रूप में की गई।‌ गेट का ताला खोलने का आदेश ट्रस्ट के उपाध्यक्ष सतीश शर्मा ने दिया। घटना पर पांच लोगों को आरोपी बनाया गया है।

महामाया मंदिर परिसर स्थित कुंड में जाल में फंसकर मृत मिले 23 कछुओं की मौत पर नगर पालिका परिषद ने भी अपनी कार्रवाई शुरु कर दी है। नगरपालिका परिषद के मुख्य नगरपालिका अधिकारी ने वन परिक्षेत्राधिकारी, रतनपुर को पत्र प्रेषित कर कछुओं की मौत के संबंध में की गई जांच रिपोर्ट की प्रति उपलब्ध कराने की मांग की है। पत्र में बताया गया है कि नगरपालिका परिषद् रतनपुर अधिनस्थ मां महामाया मंदिर परिसर स्थित कुण्ड को धार्मिक भावना को दृष्टिगत रखते हुये निकाय द्वारा मत्स्य पालन से मुक्त रखा गया था। कुण्ड महामाया ट्रस्ट रतनपुर के देख-रेख एवं संरक्षण में है।  25 मार्च 2025 को 23 कछुओं की मौत होने की खबर समाचार पत्रों से मिली। नवरात्र पर्व के दौरान मत्स्याखेट की मंशा से जाल डाला गया था, जैसा की सोशल मिडिया एवं समाचार पत्रों में प्रकाशित है, जो नगर में चर्चा का विषय है। नगर के लोगो की धार्मिक आस्था का मां महामाया मंदिर केन्द्र है। 23 कछुओं की मौत होने की खबरों से लोगों की धार्मिक आस्था हुई है। निकाय स्वत्त के तालाब पर अवैधानिक मत्स्याखेट के विरुद्ध करने घटना के संबंध में रतनपुर वन परिक्षेत्र द्वारा की गई अद्यतन कार्यवाही की जांच रिपोर्ट अविलंब उपलब्ध कराने की मांग की गई।

रतनपुर वन परिक्षेत्र अधिकारी ने बताया क्या हुई कार्रवाई
कार्यालय वन परिक्षेत्राधिकारी, रतनपुर जिला बिलासपुर (छ.ग.) ने मुख्य नगरपालिका अधिकारी नगरपालिका परिषद रतनपुर को पत्र लिखकर बताया है कि 25 मार्च 2025 को सूचना प्राप्त हुई कि महामाया मंदिर परिसर में अनुसूची 01 के 23 वन्यप्राणी कछुआ (ब्लेक साफ्टसेल टर्टल) मृत अवस्था में जाली में फंसे कुण्ड में तैर रहे थे। जिसे मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों द्वारा कुड़े में फेकवा दिया गया। यह सूचना प्राप्त होते ही वन विभाग के बी.एफ.ओ. रतनपुर परिसर धीरज दुबे मौके पर पहुंचे। 23 मृत कछुओं को जब्त कर पोस्टमार्टम की कार्यवाही कराई गई। पोस्ट मार्टम में प्रथम दृष्टया दम घुटने से कछुओं की मौत होना पाया गया।
 

तालाब में जाल फेंक कर दिखे शिकार करते
पत्र में बताया गया है कि 26 मार्च 2025 को वन विभाग की टीम रतनपुर मंदिर परिसर पहुंचकर सी.सी.टी.वी. फुटेज देखें, जिसमें कुछ संदिग्ध 22-23 मार्च 2025 की दरमियानी रात 12.00 से 4.45 बजे तालाब में जाल फेंक कर शिकार करते नजर आये। इस दौरान मंदिर परिसर के सुरक्षा श्रमिकों द्वारा व्ही.आई.पी. पार्किंग में लगे ताले को रात्रि 12.00 बजे संदिग्धों के लिए खोला गया।
सतीश शर्मा के निर्देश पर खुला ताला

फरार आरोपी

पत्र में बताया गया है कि दिनांक 27 मार्च 2025 को मंदिर परिसर के सुरक्षा श्रमिकों से पुछताछ करने पर सतीश शर्मा द्वारा निर्देशित किये जाने पर व्ही.आई.पी. गेट के ताले को खोला जाना पाया गया। आनंद जायसवाल, 02 मछुआरों के साथ शिकार करने रात में कुण्ड में पहुंचे। जाल फैलाकर शिकार किया। शिकार करने के बाद 04-05 बोरियों में भरकर शिकार ले जाते हुए सी. सी.टी.वी. फुटेज में देखा गया।

तीन आरोपी फरार

पत्र में बताया गया है कि प्रकरण में 05 व्यक्ति संदिग्ध सतीश शर्मा, आनंद जायसवाल, गजेन्द्र तिवारी, विष्णु धीवर एवं अरूण धीवर संलिप्त पाये गये। जिसमें सतीश शर्मा द्वारा प्रस्तुत अग्रिम जमानत याचिका खारिज हो चुकी है। अरूण धीवर एवं विष्णु धीवर को 07 अप्रैल 2025 को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जिन्हे न्यायिक रिमाण्ड में 21 अप्रैल 2025 तक जेल भेजा गया है। 03 संदिग्ध आरोपी सतीश शर्मा, आनंद जायसवाल एवं गजेन्द्र तिवारी फरार है।

कछुओं दिलाएंगे न्याय

नगर पालिका अध्यक्ष लव कुश कश्यप ने जाल में फंसकर मृत मिले कछुओं की मौत पर संवेदना जताते हुए कहा कि घटना के दोषी लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। सजा दिलाने हर आवश्यक पहल की जाएगी। वन परिक्षेत्र अधिकारी से घटना की जानकारी मांगी गई है। उनका पत्र मिला है।‌ मिली जानकारी का अध्ययन कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। घटना पर कार्रवाई के लिए रतनपुर थाने में भी शिकायत की गई है।