सूरजपुर जिले के रामानुजनगर थाना क्षेत्र की घटना
अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में छात्रा का अपहरण कर पांच आरोपियों ने सामूहिक दुष्कर्म किया गया है। आरोपियों ने पीड़िता की पिटाई कर बेहोश होने पर मृत समझकर भाग निकले। वहीं पुलिस पर अपराध दर्ज नहीं करने और पीड़िता को दो दिन तक इलाज नहीं मिलने के आरोप लगे हैं. राजनीतिक दखल के बाद मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में पीड़िता का इलाज शुरू हुआ। जहां उसकी हालत चिंताजनक बताई गई है।
मिली जानकारी के मुताबिक सूरजपुर जिले के रामानुजनगर थाना क्षेत्र निवासी 12वीं की छात्रा सहेलियों के साथ दशहरा मैदान कार्यक्रम देखने पहुंची थी। सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने के दौरान उसकी मुलाकात सहपाठी रहे आरोपी युवक से हुई। बातचीत के दौरान छात्रा ने पीने के लिए पानी मांगी. पानी पीने के बाद छात्रा को नींद आने लगी। छात्रा ने सहेलियों से घर चलने को कहा। इस पर आरोपी ने उसे घर छोड़ देने की बात कही। पीड़िता के परिजनों के मुताबिक आरोपी ने अपने साथियों के साथ बाइक पर बैठाकर गांव के बाहर जंगल में ले गया। जहां आरोपी के 5 और साथी पहुंच गए। आरोपियों ने छात्रा के साथ दुष्कर्म किया। दुष्कर्म के बाद आरोपियों ने पीड़िता की जमकर पिटाई की। बेहोश होने पर पीड़िता को मृत समझकर मौके पर छोड़कर भाग निकले।
दूसरे दिन परिजनों को मिली छात्रा
परिजनों के मुताबिक रविवार सुबह होश में आने के बाद पीड़िता किसी तरह जंगल से बाहर आई। दिनभर घर में रहने के बाद उसने घटना की जानकारी परिजनों को दी। सोमवार को पीड़िता को लेकर परिजन रामानुजनगर थाना पहुंचे. जहां पुलिस कर्मियों ने घटना की रिपोर्ट नहीं लिखी।
इलाज के लिए भटकते रहे परिजन
परिजनों के मुताबिक पीड़ित को लेकर परिजन पहले श्रीनगर फिर सूरजपुर हॉस्पिटल पहुंचे। जहां पुलिस में रिपोर्ट नहीं होने के कारण अस्पतालों में उसका इलाज नहीं किया गया। इसके बाद पीड़िता को लेकर परिजन मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर पहुंचे। यहां भी गंभीर चोट के बाद एमएलसी क बिना इलाज नहीं किया गया।
राजनीतिक दखल पर शुरू हुआ इलाज
दुष्कर्म पीड़िता को इलाज नहीं मिलने की जानकारी प्रेमनगर के पूर्व विधायक खेलसाय सिंह ने टीएस सिंहदेव को दी। सिंहदेव ने पुलिसमहानिरीक्षक अंकित गर्ग को फोन पर घटना की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने पीड़िता की शिकायत लिखी। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में उपचार शुरू हुआ। कांग्रेस का एक प्रतिनिधि मंडल देर रात मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पीड़िता और परिजनों से मुलाकात की।
थाने में नहीं लिखी सामुहिक दुष्कर्म की रिपोर्ट इस अस्पताल से उस अस्पताल इलाज कराने भटकती रही पीड़िता
