लोकतंत्र में युवाओं की भागीदारी विषय पर परिसंवाद कार्यक्रम


बीटीसी कृषि कालेज बिलासपुर के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई का आयोजन

बिलासपुर । युवा शक्ति, देश और समाज की रीढ़ होती है । युवा किसी भी देश या समाज को नए शिखर पर ले जाने की क्षमता रखते हैं । देश और समाज के जीवन मूल्यों के प्रतीक युवा हैं । समाज को बेहतर बनाने और राष्ट्र निर्माण में सर्वाधिक योगदान युवाओं का होता है। छात्रों और युवाओं की राजनीति में भागीदारी का सवाल पिछले कई वर्षों से चर्चा का विषय रहा है। यह बात मुख्य अतिथि डॉ. आर. के.एस. तिवारी, अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय बिलासपुर ने कही।

बैरिस्टर ठाकुर छेदी लाल कृषि कालेज बिलासपुर में जी 20 शिखर सम्मेलन 2023 के तहत युथ 20 के समग्र ढांचे के तहत राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा “लोकतंत्र में युवाओं की भागीदारी” विषय पर परिसंवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में डॉ. तिवारी ने कहा भारत सरकार का पूरा ध्यान युवाओं को मुख्यधारा का हिस्सा बनाते हुए उनके सहभागिता के माध्यम से विकास पर केंद्रित है, ताकि युवा देश के विकास के लिए अपना सक्रिय योगदान प्रदान करें न कि केवल उसका एक हिस्सा बनकर रह जाए । कार्यक्रम का संचालन रासेयो कार्यक्रम अधिकारी अजीत विलियम्स ने किया। आभार रासेयो कार्यक्रम अधिकारी अर्चना केरकट्टा ने व्यक्त किया। इस मौके पर प्राध्यापक, वैज्ञानिक, कर्मचारी व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

युथ जेनरेशन में लीडरशिप का होगा विकास
रासेयो कार्यक्रम अधिकारी अजीत विलियम्स ने बताया युथ 20, जी-20 के तहत एक ऑफिशियल यंग ग्रुप है। जिसका उद्देश्य जी-20 देशों के युवा लीडरों को एक मंच प्रदान करना है, जहां से वह अपने विचारों का आदान-प्रदान कर सके। इसके तहत देश भर में विभिन्न प्राथमिकता वाले विषयों पर परिसंवाद का आयोजन किया जा रहा है। ऐसे आयोजन से युथ जेनरेशन में लीडरशिप का विकास होगा, जो उन्हें आगे चलकर अपने देश का या किसी बड़े संगठन के नेतृत्व के लिए तैयार करेंगे।

देश और समाज के प्रति जवाबदेही समझें
छात्रा अमिता शर्मा ने कहा लोकतंत्र या प्रजातंत्र ऐसी शासन प्रणाली है जिसके अंतर्गत जनता स्वेच्छा से किसी भी उम्मीदवार को मत देकर प्रतिनिधि चुन सकती है। युवाओं की भारतीय लोकतंत्र में भागीदारी को कभी भी गंभीरता से नहीं लिया गया। तो प्रश्न उत्पन्न होता है कि इतनी बड़ी आबादी को देश के विकास से दूर रखना क्या उचित था? छात्रा शुभांगी तिवारी ने कहा बीते कुछ वर्षों में दुनिया भर में लोकतंत्र तेजी से परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। युवा अपनी जवाबदारी समाज एवं देश के प्रति समझे, देश के निर्माण में अपनी भागीदारी करें।

मजबूत कंधों पर है लोकतंत्र का दायित्व

वैदेही देवांगन ने कहा युवाओं के लोकतंत्र में बढ़ती रूचि और सवालों के जवाबों के प्रति बड़ी प्रतिबद्धता भारतीय लोकतंत्र के लिहाज से एक सुखद अनुभव है। भारत की संस्कृति, भविष्य और लोकतंत्र का दायित्व अब एक मजबूत कंधों पर हैं। रघुवीर सिंह राजपूत ने कहा सुशासन व प्रभावी लोकतंत्र का नया प्रतिमान सहभागी शासन है। युवाओं को लोकतांत्रिक निर्णय लेने की प्रक्रिया का हिस्सा बनना समय की मांग है।

देश को विश्व गुरु बनाने अग्रसर होगा युवा
छात्र अंकित दुबे ने कहा युवाओं का चुनाव के प्रति प्रत्यक्ष और परोक्ष दोनों ही रूप में रूचि का असर आज हमारे सामने है। अब वह दिन भी दूर नहीं जब युवा अपने भविष्य, इच्छा और आकांक्षाओं के साथ देश के विकास को मुख्य धारा से जोड़कर भारत को विश्व गुरु बनाने की दिशा में अग्रसर होगा। शुभम महतो ने कहा समावेशी निर्णय लेने की प्रक्रिया में भाग लेने के कम अवसर और जोखिम के परिणामस्वरूप युवा, पुरुष व महिलाएं अपने समुदायों और समाजों में अलग-थलग हाशिए पर महसूस करते हैं। अपनी विरासत को आकार देने के लिए सामयिक मुद्दे पर वैश्विक सहमति बनाने का यही सही समय है।