बिलासपुर। कोरोना नियंत्रण तो हो नही रही अब स्वास्थ्य विभाग के लापरवाह अधिकारियों के कारण संक्रमितों के गायब होने का सिलसिला शुरू जरूर हो गया है। रेलवे कोविड अस्पताल से एक कोरोना पॉजिटिव महिला के गायब होने की खबर आई हैं। रविवार को मरीज के परिजनों को पता चला कि महिला अस्पताल से गायब हो गई तो उन्होंने तारबाहार थाने को पत्र लिखकर विद्या सागर लोको पायलट कालोनी में रहने वाली 62 वर्षीय मगरा देवी को सुरक्षित घर पहुंचाने कहा है। रश्मि सागर ने तारबाहर थाना प्रभारी को लिखी शिकायत में बताया है कि 8 सितंबर को वे अपनी सास को इलाज के लिए रेलवे अस्पताल लेकर गई थी। वहां के डॉक्टरों ने सुबह 9 बजे कोविड जांच की और बताया कि वे कोरोना पॉजिटिव हैं। इसके बाद मेरी सास को रेलवे कोविड अस्पताल में भर्ती कर दिया। 10 सितंबर को रेलवे अस्पताल से फोन आया और कहा गया कि उनकी मां खाना नहीं खा रही हैं। इसलिए आप उनको दाल, पानी और जूस प्रतिदिन भेज दिया कीजिए। इसके बाद से मैं रोज दाल पानी और जूस पहुंचाती थी। हालचाल पूछती थी तो कह देते थे ठीक हैं या जब मैं रविवार को दाल, पानी और जूस लेकर रेलवे अस्पताल गई। सामान को रखा और सास का हालचाल पूछा तो मुझे बताया गया कि 65 वर्षीय मगरा देवी को 16 सितंबर को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया है। लेकिन डिस्चार्ज करने के बाद हम लोगों को कोई जानकारी नहीं दी गई। कोरोना अस्पताल से गायब होने वाली महिला की बहू रश्मि सागर ने तारबाहार थाना प्रभारी से लिखित शिकायत कर कहा है कि रेलवे अस्पताल के मेडिकल डॉयरेक्टर और कोविड इंचार्ज से जानकारी ली जाए और मेरी सासु मां का पता लगाकर उन्हें सुरक्षित घर पहुंचाया जाए।

सीनियर डीसीएम, ऐसा कोई मामला नहीं है TI ने भी शिकायत मिलने से इनकार किया
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर के सीनियर डीसीएम पुलकित सिंघल का कहना है कि अस्पताल में इस तरह का कोई मामला नहीं है। इधर तारबाहर टीआई प्रदीप आर्या ने कहा कि अभी तक मेरी जानकारी में ऐसा कुछ नहीं है।

16 को डिस्चार्ज हुई तो 4 दिन किसके लिए गया जूस और भोजन

बताया जा रहा है कि वृद्ध महिला को उसकी बहू हर रोज अस्पताल में आकर जूस व दाल-पानी पहुंचाती थी. जिसे अस्पताल वाले लेकर मरीज तक पहुंचा देते थे. लेकिन, जब अस्पताल यह कह रहा कि महिला को 16 सितम्बर को डिस्चार्ज कर दिया गया है तो फिर लगातार 4 दिन तक जूस व दाल-पानी किसे दिया जाता रहा।

108 से भेजा गया घर, तो कहा गायब हो गई महिला

इस मामले में अस्पताल का कहना है कि 16 सितम्बर को वृद्ध महिला को अस्पताल से दिचार्ज करके 108 संजीवनी एम्बुलेंस से घर भेज दिया गया है। लेकिन परिजनों का कहना है कि अभी तक महिला घर नही पहुँची हैं। ऐसे में अब परिजन चिन्तति है वही स्वास्थ्य विभाग के मुखिया cmho डॉक्टर प्रमोद महाजन अपना मोबाइल बन्द करके चैन की नींद सो रहे है ।