हो रही प्रतिस्पर्धी खरीदी



बिलासपुर। इमली का छिलका और रेशा। कीमत 750 रुपए क्विंटल। खरीदती हैं सौंदर्य प्रसाधन और आयुर्वेदिक दवाई बनाने वाली कंपनियां क्योंकि इनमें महत्वपूर्ण औषधिय गुण होते हैं। ऐसे में प्रतिस्पर्धी खरीदी का माहौल बना हुआ है।

उच्च पोषक तत्वों की वजह से इमली की पहचान तो बनी हुई है। अब इसका छिलका और रेशा भी पहचान बना रहा है। यह इसलिए क्योंकि उपयोग क्षेत्र में बढ़त आ रही है। दिलचस्प होगा यह जानना कि छिलका, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला माना जा चुका है, तो रेशे में उच्च फाइबर के होने की जानकारी सामने आई है।

बढ़ाता है रोग प्रतिरोधक क्षमता

वैसे तो संपूर्ण इमली में पॉलिसैचेराइड तत्व होते हैं लेकिन बीज में यह मात्रा कुछ ज्यादा होती है। इसलिए इसके तत्व, छिलके में भी आते हैं। मालूम हो कि यह औषधिय गुण, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में प्रमुख सहायक तत्व माना गया है। संतुलित मात्रा में सेवन से लाभ मिलने की वजह से आयुर्वेदिक औषधि निर्माण इकाइयां खरीदी करतीं हैं।

रेशे में उच्च फाइबर

छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ ने बीते सत्र में संग्रहित इमली रेशे की कीमत इस बार 750 रुपए क्विंटल घोषित कर दी है। मात्रा की जानकारी तो सामने नहीं आई है लेकिन गुणवत्ता बेहतर बताई जा रही है। यह इसलिए क्योंकि उच्च फाइबर की गुणवत्ता जोरदार मानी जा रही है। ऐसे में प्रतिस्पर्धी खरीद का माहौल बनता नजर आ रहा है।

अत्यंत गुणकारी है इमली

इमली एक बहुमुखी और स्वादिष्ट उष्णकटिबंधीय फल है जो अपने अनूठे मीठे और खट्टे स्वाद, पोषण सामग्री और विभिन्न बायोएक्टिव यौगिकों के कारण कई संभावित स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। इमली को अपने आहार में शामिल करने से आपके आहार में एक अनूठा और आनंददायक स्वाद जुड़ सकता है। भोजन में इसका उपयोग संतुलित और विविध आहार के रूप में किया जाना चाहिए।

अजीत विलियम्स, साइंटिस्ट (फॉरेस्ट्री), बीटीसी कॉलेज ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड रिसर्च स्टेशन, बिलासपुर

By MIG