दूर होगी कृषि आदान सामग्री विक्रेताओं की परेशानी



बलौदा बाजार। कृषि आदान सामग्री बेचने वाली संस्थानों के लिए अच्छी खबर। स्कंध पंजी का संधारण कैसे करना है ? इसका विधिवत प्रशिक्षण दिया जाएगा। कृषि विभाग ने योजना पर काम करना चालू कर दिया है।

बीज, उर्वरक और कीटनाशक बेचने वाली संस्थानें बीते एक माह से सघन जांच का सामना कर रहीं हैं। जांच में सर्वाधिक शिकायतें स्कंध पंजी का संधारण नहीं करने की ही मिल रहीं हैं। दूसरी शिकायतें भी हैं लेकिन स्कंध पंजी को लेकर जैसी जानकारियां मिल रही हैं, उसे देखते हुए कृषि विभाग ने इसे लेकर विशेष प्रशिक्षण देने की ठानी है ताकि समय रहते समस्या का निदान हो सके।

क्या है स्कंध पंजी

स्कंध पंजी वह किताब है, जिसमें कृषि आदान सामग्री का नाम, कुल वजन, कुल कीमत, बैच नंबर, निर्माता और विपणनकर्ता का नाम, कालातीत अवधि, किस फसल में उपयोग करना है ? इसका उल्लेख करना होता है। साथ ही खरीददार किसान का नाम, गांव का नाम और मोबाइल नंबर के साथ उसमें हस्ताक्षर भी लेना है। इसके अतिरिक्त अन्य जानकारियां भी लिखना है। 15 से 16 कॉलम वाले इस प्रोफार्मा को पूरा करने में 5 से 10 मिनट लगते हैं। इतना ही नहीं, इस काम के बाद महीने की पूरी रिपोर्ट विभाग मुख्यालय को देना अनिवार्य है।

इसलिए प्रशिक्षण

खरीफ सत्र के पहले ही विभाग ने कृषि आदान सामग्री विक्रेता संस्थानों को स्कंध पंजी का प्रारूप दे दिया था लेकिन कैसे संधारण करना है ? इसकी जानकारी संस्थानों को नहीं थी। जानकार संस्थानें तो जैसे-तैसे करके यह औपचारिकता पूरा कर रहीं हैं लेकिन ग्रामीण क्षेत्र की संस्थानों के लिए यह पंजी व्यावहारिक परेशानियों की वजह बनी हुई है। औचक जांच में स्कंध पंजी का संधारण नहीं किए जाने की ही सबसे ज्यादा शिकायतें हैं। इसलिए विभाग ने विकास खंड स्तर पर प्रशिक्षण शिविर लगाने की योजना पर काम करना चालू कर दिया है।

अब तक दर्जनों


जिले के पांचों विकास खंड में कृषि विभाग सघन जांच अभियान चला रहा है। निशाने पर ग्रामीण क्षेत्र हैं। शहरों में भी दबिश दी जा रही है। लगभग सभी जगह स्कंध पंजी का संधारण नहीं किए जाने की शिकायतें मिल रहीं हैं। अब तक दर्जनों संस्थानों की हुई जांच के बाद स्कंध पंजी के संधारण सहित दूसरी अन्य खामियों को खत्म करने के लिए प्रशिक्षण कैंप की योजना है।

बहुत जल्द प्रशिक्षण शिविर

कृषि आदान सामग्रियों के विक्रेताओं के लिए बहुत जल्द खंड स्तर पर प्रशिक्षण शिविर लगाने की योजना है। इसमें व्यावहारिक दिक्कतें दूर करने के सरल उपाय बताए जाएंगे।
– दीपक कुमार नायक, उपसंचालक, (कृषि) बलौदा बाजार

By MIG