4 गांव की 5 दुकानों में कृषि विभाग की दबिश



भाटापारा। कृषि सेवा केंद्रों की लापरवाही पर कार्रवाई तीसरे दिन भी जारी रही। निशाने पर इस बार ग्रामीण क्षेत्र रहे। औचक जांच में 4 गांव की 5 संस्थानों को नोटिस जारी करते हुए तय अवधि के भीतर जवाब देने के निर्देश दिए गए हैं।


पसीने छूटने लगे हैं। ग्रामीण क्षेत्र में कीटनाशक और उर्वरक बेचने वाली संस्थानों के, क्योंकि कृषि विभाग पिछले 3 दिन से सघन जांच कर रहा है। गलतियां मिल रहीं हैं लेकिन स्कंध पंजी का संधारण और मूल्य सूची का प्रदर्शन कहीं नहीं मिल रहा है। इसके अलावा प्रिसिंपल सर्टिफिकेट के बगैर भी कारोबार किए जा रहें हैं।

तरेंगा-देवरी में पहली बार

न्यू साहू कृषि केंद्र तरेंगा और ग्राम देवरी की साहू खाद भंडार में जब जांच शुरू की गई, तो अनिवार्य स्कंध पंजी का संधारण किया जाना नहीं पाया गया। मौके पर ही नोटिस जारी करते हुए तय समयावधि के भीतर जवाब देने के निर्देश दिए गए।

दतरेंगी और सिंगारपुर में भी

बड़े गांव हैं दतरेंगी और सिंगारपुर। खेती का रकबा भी विशाल है। लिहाजा उर्वरक और कीटनाशक दुकानें भी हैं। इसलिए जांच टीम ने दतरेंगी के सतगुरु कृषि केंद्र की कड़ी जांच की। यदु कृषि केंद्र भी निशाने पर थी। यदु कृषि सोपान संस्थान में मूल्य सूची और स्कंध पंजी का संधारण नहीं मिला। इसलिए कीटनाशक नियम 1971एंव कीटनाशक अधिनियम 1968 के तहत कारण बताओ नोटिस दी गई।