भीषण गर्मी के मद्देनजर नई व्यवस्था



भाटापारा। नौ नहीं, आठ बजे से नीलाम। तत्काल प्रभाव से यह नई व्यवस्था लागू हो गई है। इसी तरह सप्ताह में एक दिन याने गुरुवार को आवक बंद रखने का भी निर्णय लिया गया है। यह दोनों निर्णय कितने प्रभावी हुए और कितना कारगर रहा ? यह तो बाद के दिनों में जाना जा सकेगा। अलबत्ता कुछ और जरूरी दिक्कतें बनी हुई हैं, जिन पर ध्यान दिए जाने की अपेक्षा है।

बंपर आवक के बाद कृषि उपज मंडी के बाहर और प्रांगण में जैसी बदहाली देखी जा रही है, इससे हर वर्ग बेहद परेशान है। इसमें वह किसान सर्वाधिक परेशान हो रहा है जिसे प्रांगण तक पहुंचने में 2 दिन का समय लग रहा है और बाद के काम में भी समय गंवाना पड़ रहा है। जतन के हर प्रयास नाकाफी होता देखकर ही नई व्यवस्था लागू की गई है।

नीलाम एक घंटा पहले

आवक के बाद जैसी स्थितियां बन रहीं हैं, उसे देखते हुए सुबह 9 बजे शुरू किया जाने वाला नीलाम 1 घंटे पहले याने 8 बजे से शुरू करने पर सहमति बनी है। तेज धूप, भीषण गर्मी तो मुख्य वजह है ही, इसके अलावा नीलाम के बाद के सभी काम भी प्रभावित होते थे। उम्मीद की जा रही है कि नए फैसले से समय पर सभी काम किए जा सकेंगे।

गुरुवार को आवक पर रोक

बदहाल हो चुकी व्यवस्था की पुनः बहाली को लेकर आम सहमति से जो फैसला लिया गया है, उसके मुताबिक सप्ताह में एक दिन गुरुवार को आवक पर रोक लगाने पर भी सहमति बनी है। अभिकर्ताओं के जरिए इसकी सूचना किसानों तक पहुंचाए जाने का आग्रह किया गया है। साथ ही प्रांगण में उद्घोषणा के जरिए, इस व्यवस्था की जानकारी किसानों को देने पर भी सहमति बनी है।

इस पर ध्यान कब

सुगम यातायात और आवाजाही चुनौती बन रही है। जिस पर अब तक ध्यान नहीं है। सलाह दे चुका है यातायात विभाग। बेरीकेट्स की व्यवस्था करना है लेकिन बेहद जरूरी इस व्यवस्था को लेकर जैसी लापरवाही दिखाई जा रही है, उससे शहर तो परेशान हो ही रहा है, वह किसान भी गुस्से में आ रहे हैं, जिन्हें बीच सड़क पर ही प्रवेश के लिए प्रतीक्षा करनी पड़ रही है।

सहमति से फैसला

तेज धूप और भीषण गर्मी की वजह से सभी की सहमति से नीलाम एक घंटा पूर्व सुबह 8 बजे से शुरू किया जा रहा है। इसी तरह सप्ताह में एक दिन गुरुवार को आवक पर रोक रहेगी। आपसी सहमति के बाद लिए गए इस फैसले की जानकारी किसानों तक पहुंचाने के लिए अभिकर्ताओं से आग्रह किया गया है।
– एस एल वर्मा, सचिव, कृषि उपज मंडी, भाटापारा