गुणवत्ता कमजोर, महामाया स्थिर
रबी फसल की प्रतीक्षा कर रहीं ईकाइया
भाटापारा। गुणवत्ता के मानक को पूरा नहीं कर पा रहा धान महामाया, इसलिए हल्की स्थिरता के बीच सौदे हो रहें हैं। अलबत्ता धान की बारीक किस्मों में तेजी का दौर चालू हो गया है। जिसके दीर्घ अवधि तक चलने के प्रबल आसार जताए जा। रहें हैं।
रबी फसल का बेसब्री के साथ इंतजार किया जा रहा है। चालू माह के अंत तक इसकी आवक शुरू होने की संभावना के बीच, पोहा और चावल मिलें महामाया धान की खरीदी तो कर रहीं हैं लेकिन आ रही उपज में गुणवत्ता नहीं होने की जानकारियां सामने आ रहीं हैं। लिहाजा महामाया की कीमत स्थिर बनी हुई है।

इसलिए भाव नहीं
भंडारण के तरीके में किसान अब तक बदलाव नहीं ला पाए हैं। कोठियों में उपज का रखा जाना या बारदाना में, दोनों ही स्थितियों के दाने की गुणवत्ता पर प्रतिकूल असर पड़ता है। बारदाने को खाली करने पर यह डस्ट और टूटे दानों के रूप में नजर आता है। यह दोनों ही स्थितियां कीमत कम होने का मजबूत आधार बनती हैं। हो रही आवक में यह देखा जा रहा है।
यहां थोड़ी सावधानी
धूल और दानों में टूट की शिकायतें धान की बारीक किस्मों में भी आती है। यह दोनों स्थितियां गलत भंडारण से आती हैं। कीमत में टूट को देखकर किसान सतर्क हो रहे हैं। यही सतर्कता मानक गुणवत्ता के साथ कीमत को मजबूती के साथ थामकर रखे हुए हैं। एचएमटी, सियाराम और विष्णु भोग सहित धान की अन्य बारीक किस्मों में तेजी के आसार हैं।

ऐसी है कीमत
मंडी सूत्रों के मुताबिक पोहा क्वालिटी का महामाया धान 1700 से 1750 रुपए और राइस क्वालिटी का महामाया 1800 से 1850 रुपए क्विंटल पर ठहरा हुआ है। 1850 रुपए क्विंटल की दर के साथ स्वर्णा आने वाले दिनों में तेजी का संकेत दे रहा है। एचएमटी 2400 से 2500 रुपए, सियाराम 2500 से 2600 रुपए क्विंटल पर मजबूत है। चावल में मांग के दबाव के बीच विष्णु भोग में 3200 से 3400 रुपए क्विंटल पर लिवाली है।