00 अपनी बारी आने के बारे में पूछने पर कर्मचारी मरीजों से कर रहें दूर्व्यवहार

बिलासपुर। सिम्स में एक्सरे जांच कराने आने वाले मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां जब से डिजिटल एक्सरे आया है अन्य 3 एक्सरे कक्ष को बंद कर दिया गया है। एक मशीन से जांच होने के कारण मरीजों को 1-1 घंटे तक लाइन लगाना पड़ रहा है। इंतजार करते हुए एक दो बार कर्मचारियों से अपनी बारी के बारे में जानकारी पूछ रहें तो कर्मचारी उलटा मरीजों पर भड़क रहे और कह रहें कि सरकारी व्यवस्था का लाभ लेना है तो इंतजार करें नहीं तो अस्पताल के बाहर कई निजी सेंटर है। वहां जाकर जांच करा सकते है। छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान सिम्स में जांच और इलाज के लिए मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है। रेडियोलॉजी विभाग 4 एक्सरे कक्ष बनाए गए है। जहां एक डिजिटल और 3 नर्मल एक्स-रे मशीन इंस्टॉल है। लेकिन अस्पताल में नए डिजिटल एक्स-रे मशीन आने के बाद 3 नार्मल एक्स-रे मशीन के कमरों में ताला जड़ दिया गया है। एक मशीन होने के कारण मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 1-1 घंटे तक जांच के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। समय पर जांच नहीं होने के कारण एक्स-रे कराने के लिए मरीज को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मरीजों को मजबूरी में बाहर निजी अस्पतालों में 4०० से 7०० रुपये फीस देकर एक्स-रे कराना पड़ रहा है। प्रबंधन की लापरवाही का खामियाजा क्षेत्र की गरीब जनता को भुगतना पड़ रहा है। सिम्स में 4 एक्स-रे मशीन की सुविधा होने के बाद भी मरीजों को निजी सेंटरो के चक्कर काटने पड़ रहें है। साथ ही महगे दामो पर जांच कराना पड़ रहा है।
-0 क्या कहते हैं परेशान मरीज
मालती देवी, उषा देवी, सोभा देवी, उमेश कुमार, रवि कुमार, नगनरायण सिह, बबीता देवी आदि मरीजों का कहना है कि सरकार भले ही स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोतरी व सुधार का दावा कर रही है लेकिन वास्तविकता में आज भी सरकारी अस्पताल में सुविधाएं पाने के लिए मरीजों को दर-दर भटकना पड़ रहा है। यहां एक्सरे के कक्ष तो कई दिख रहें लेकिन एक ही मशीन चालू है। ऐसे में अपनी बारी का इंतजार घंटो बैठे-बैठे करना पड़ रहा है। समय पर जांच नहीं होने के चलते हम मरीजों को बाहर मे 4०० से 7०० रूपये देकर एक्स-रे कराना पड़ रहा है।
-0 रिपोर्ट मिलते तक ओपीडी हो जाती है समाप्त
अस्पताल में एक ही मशीन चालू होने के कारण मरीज परेशान हो रहें है। इसके अलावा रिपोर्ट मिलने में भी देरी होती है। एक-एक घंटे इंतजार करने के बाद जब रिपोर्ट मिलता है। तब तक सिम्स में ओपीडी समय समाप्त हो जाती है। ऐसे में एक्स-रे रिपोर्ट लेकर मरीज ओपीडी के चक्कर काटते है। मजबूरन एक दिन की रिपोर्ट मिलने के बाद दूसरे दिन उसे दिखाने के लिए अस्पताल आना पड़ रहा है।
-0 वर्जन….
एक्स-रे डिपार्टमेंट की एचओडी डॉ.अर्चना सिंह है। उनसे जानकारी लेने के बाद व्यवस्था सुधारी जाएगी। डॉ.आरती पांडे पीआरओं सिम्स।