होगी कड़ी जांच
निशाने पर फल कारोबार भी
बिलासपुर। उपवास के दौरान सेवन किए जाने वाले खाद्य एवं पेय पदार्थ पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन की नजर होगी। सघन जांच की योजना बना रहे प्रशासन ने खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश जारी कर दिए हैं।
22 मार्च से शुरू हो रही चैत्र नवरात्रि की तैयारियां अंतिम दौर में पहुंच चुकी हैं तो खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने उपवास के दौरान सेवन की जाने वाली सामग्रियों की विशेष जांच की योजना बना ली है। संकेत मिल रहे हैं कि गेहूं से बनने वाली सामग्रियां निशाने पर होंगी। इसके अलावा फलों की भी कड़ी जांच की जाएगी।

निशाने पर यह
प्रशासन ने इस बार नवरात्रि पर आटा, सूजी, मैदा और रवा की कड़ी जांच योजना तैयार की है। जिलों में तैनात खाद्य सुरक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए जा रहे हैं कि खुले और पैक्ड में बेची जा रही इन सामग्रियों की सूक्ष्मता के साथ जांच करें। इसके साथ इनकी मदद से बनाई गई खाद्य सामग्रियों को विशेष निगरानी में रखें।
होगी नजर यहां भी
सघन जांच के घेरे में होटल और डेली नीड्स की दुकानें भी होंगी। नवरात्रि पर यह भी उपवास के दौरान सेवन की जाने वाली खाद्य सामग्री बनाते और बेचते हैं। जांच के दौरान खाद्य तेलों पर भी नजर रखने का फैसला लिया जा चुका है। मालूम हो कि खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण ने पहले ही बार-बार उपयोग की जा रही खाद्य तेल पर बंदिश लगा रखी है।

पहली बार यहां जांच
रियायत मिलती रही है फल कारोबारियों को जांच में। इस बार यह रियायत खत्म हो सकती है क्योंकि ऐसी संस्थानों के साथ ठेलों में बेचे जा रहे फलों की भी जांच की योजना बन चुकी है। यानी बिकने से रह जाने के बाद, किनारे कर दिए गए फलों को यदि बिकता हुआ पाया गया, तो खैर नहीं। जांच में रजिस्ट्रेशन नंबर पूछे जा सकते हैं।
जांच के निर्देश
नवरात्रि पर्व पर उपवास के दौरान सेवन किए जाने वाले खाद्य एवं पेय पदार्थो की जांच के निर्देश दिए जा रहे हैं। फल कारोबार पर भी नजर होगी।
– डॉ आर के शुक्ला, डिप्टी कमिश्नर, खाद्य एवं औषधि प्रशासन, रायपुर