छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के रतनपुर थाना परिसर में रखी गाड़ियां नौतपे की भरी दुपहरी धूंधूं कर जलती रही. इस समय थाना परिसर के अंदर कितने पुलिस के जवान मौजूद थे इसकी तो ठीक ठीक आधिकारिक जानकारी हमारे पास भी नहीं.  

अखबार और सोशल मीडिया पर जो फोटो और विडियो वायरल वायरल हो रहे हैं उसमें चंद सिपाही ही आग पर काबू पाने जी जान लगा कर जुटे दिख रहे हैं. इसमें एक सिपाही ऐसा भी था जिसे कुछ घंटे पहले अस्पताल में भर्ती कर गलूकोश का डीप लगाया गया था इसके निशानात वायरल फोटो और वीडियो में उसके हाथ में बंधी पट्टी के रुप में दिख भी रही है. कर्तव्यनिष्ठा की ऐसी मिशाल आज के दौर में वो भी पुलिस सेवा में भरोसा नहीं होता, पर ऐसे हुआ है और ये पुलिस पर से दरकते भरोसे का टिमटिमाता “दीपक” सरीखा सा ही है.

उस उम्मीद के दीपक को अखबारों में छपी फोटो और मिडिया में वायरल वीडियो को देखकर पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज रतनलाल डांगी ने सराहना कर 25 सौ रुपए की सम्मान राशि देने की घोषणा की है. कर्तव्य परायणता की ऐसी मिशाल का प्रोत्साहन निसंदेह सराहनीय कदम है. ऐसा प्रोत्साहन होना भी चाहिए. कम से कम नए रंगरुटों में तो ऊर्जा के संचार की उम्मीद तो की ही जा सकती है. वर्ना खटे-पिटे फीते और सितारे वाले मूर्धन्य तो उस दिन थाने में भी रहे होंगे जो अखबारों में छपी फोटो और मिडिया में वायरल वीडियो से नदारद दिखे. इन पर फिर कभी…. उम्मीद के इस टिमटिमाते “दीपक” दीपक मरावी को हमारी और से भी बधाई… शुभकामनाएं…