प्रतापपुर। वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री मोहम्मद अकबर के निर्देश पर मुख्य वन संरक्षक वन वृत्त सरगुजा अनुराग श्रीवास्तव ने वनमंडल सूरजपुर के तीन अधिकारी- कर्मचारियों को कार्य में लापरवाही बरतने के कारण तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। जंगली हाथी बहरादेव ने एक ग्रामीण को उठाकर पटक दिया था इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। इससे गुस्साएं ग्रामीणों ने चक्काजाम कर वन अधिकारियों के ख़िलाफ़ कार्यवाही की मांग की थी। निलंबित अधिकरी-कर्मचारियों में उपवन क्षेत्रपाल प्रभारी परिक्षेत्र अधिकारी प्रतापपुर कमलेश कुमार राय, परिक्षेत्र सहायक प्रतापुर परिक्षेत्र गुलशन यादव तथा परिसर रक्षक प्रतापपुर परिक्षेत्र जीतन सिंह शामिल हैं. निलंबन अवधि में तीनों अधिकारी-कर्मचारियों का मुख्यालय वनमंडल कार्यालय सूरजपुर निर्धारित किया गया है।
गौरतलब है कि सूरजपुर जिले के प्रतापपुर वन परिक्षेत्र में मंगलवार की रात करीब 11 बजे ग्राम सरहरी के पतरापारा निवासी नारायण पिता रामचंद्र 35 वर्ष काम खत्म करके साइकिल से घर लौट रहा था। गांव में ही देवलाल के घर के पास बहरादेव हाथी से उसका सामना हो गया। हाथी ने उसे सूंड से उठाकर जमीन पर पटक दिया। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सुबह करीब 6 बजे ग्रामीणों ने उसकी लाश सड़क पर पड़ी देखी. ग्रामीणों की सूचना पर सुबह 9 बजे रेंजर कमलेश राय अमले के साथ मौके पर पहुंचे। इस दौरान आक्रोशित महिलाओं ने उनका कॉलर पकड़कर झूमाझटकी की। तो तनाव की स्थिति निर्मित हो गई. घटना से गुस्साएं ग्रामीणों ने पोड़ी – प्रतापपुर मार्ग पर चक्काजाम कर दिया। इसकी सूचना पर डीएफओ भी मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाइश दी। आक्रोशित ग्रामीणों ने मृतक के घर के एक सदस्य को नौकरी व मुआवजा की मांग के साथ काम में लापरवाही बरतने रहे रेंजर कमलेश राय व एसडीओ को निलंबित करने वन विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की थी।
नहीं देते बहरादेव का लोकेशन
ग्रामीणों ने बताया बहरादेव हाथी को कॉलर आईडी पहनाया गया है । वन विभाग के अफसर और कर्मचारी हाथी का लोकेशन गांव वालों को नहीं बताते है। वन अमला भी क्षेत्र में भ्रमण नहीं करता है. गांव में हाथी के पहुंचने की सूचना वन विभाग द्वारा दी गई होती तो घटना नहीं होती। इस मांग को लेकर वे सड़क पर ही अड़े रहे।