00 स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने वरिष्ठता के हिसाब से पद देने कहा था, शासन ने जूनियर को सौंप दिया प्रभार

बिलासपुर। जिला अस्पताल में डॉ. मधुलिका सिंह ठाकुर के पद से हटाए जाने के बाद सिविल सर्जन के रेस में दो डॉक्टर का नाम चल रहा था। जिसमें एक सिनियर तो एक जूनियर थे। ऐसे में गुरुवार को स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण विभाग के विशेष सचिव डॉ.सी.आर प्रसन्ना ने सिनियर के रहते हुए डॉ.अनिल गुप्ता एम.डी मेडिसीन को जिला अस्पताल के प्रभारी सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक नियुक्त कर दिया जबकि शासन के नियमअनुसार उससे 4 साल के सिनियर डॉ.ए.के झा को इस पद पर नियुक्त कराना था। ऐसे में डॉक्टर झा से 4 साल जूनियर डॉ.अनिल गुप्ता की नियुक्ती को लेकर स्वास्थ्य विभाग में तरह तहर की अठकले लगाई जा रही है। दरसल कुछ दिनों पहले स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के पास जिला अस्पताल बिलासपुर के सिविल सर्जन बनाने के लिए पत्र पहंुचा था जिसमें मंत्री सिंहदेव ने डॉ. ए.के झा और डॉ.अनिल गुप्ता में जो सिनियर है। उन्हें सिविल सर्जन बनाने कह दिया था। ऐसे में पिछले चार -पांच दिनों से डॉ.ए.के झा के सिविल सर्जन बनने की चर्चा हो रही थी। लेकिन गुरुवार को शासन के आदेश आने के बाद डॉ. झा को सिविल सर्जन के रेस से बाहर करते हुए डॉ.अनिल गुप्ता को सिविल सर्जन का प्रभार सौप दिया गया। विभाग के कुछ अधिकारी इसे गलत तरिके से नियुक्तिकी बात कर रहें है। क्योकि डॉ.ए.के झा 1988 में स्वास्थ्य विभाग में नियुक्त हुए थे और 2०15 से जिला अस्पातल में कार्यरत है। जबकि डॉ. अनिल गुप्ता 199० में नियुक्त हुए थे और 2०16 से जिला अस्पताल में अपनी सेवाए दे रहें है। ऐसे में 32 साल से सेवा दे रहें डॉक्टर को सिविल सर्जन का प्रभार न देकर 3० साल के उनसे जूनियर डॉ.अनिल गुप्ता को सिविल सर्जन बानने से जिला अस्पताल सहित स्वास्थ्य विभाग में चर्चाएं शुरु हो गई है।

-0 2००7 में एक साथ हुआ था प्रमोशन
कुछ दिनों पहले डॉ.झा को सिविल सर्जन बनाने की चर्चा के बाद अब डॉ.गुप्ता के सिविल सर्जन बनने से कई डॉक्टर हैरान है। इससे पहले 2००7 में दोनो ही डॉक्टरों का एक साथ प्रमोशन हुआ था। और उन्हें प्रथम श्रेणी विशेषज्ञ बनाया गया था। ऐसे में जब डॉ.मधुलिका ठाकुर को जिला अस्पताल के सिविल सर्जन पद से हटाया गया। और सीएमएचओं डॉ.प्रमोद महाजन को प्रभार दिया गया था तब भी डॉ.एके झा को ही सिविल सर्जन बनाने की बात अधिकारी कह रहें थे। ऐसे में अब डॉ. अनिल गुप्ता को शासन के आदेश पर जिला अस्पताल का नया सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक बनाया गया है।
-0 2०18 सिनियर लिस्ट में डॉ.झा का नहीं था नाम हाईकोर्ट में चल रहा मामला
शासन ने 2०18 में डॉक्टरों की सिनियर लिस्ट जारी की थी जिसमें डॉ.अमन कुमार झा का नाम नहीं था। जिसके बाद डॉ.झा ने हाईकोर्ट में केस लगाते हुए। डायरेक्टर को पत्र लिखा था। डायरेक्टर ने सचिव को पत्र लिख जवाब मागते हुए कहा की इस सिनियर लिस्ट में डॉ.अमन कुमार झा का नाम 16 स्थान पर होना चाहिए। अब केस हाईकोर्ट में चल रहा है। वहीं वर्तमान में शासन ने 2०18 के लिस्ट के हिसाब से डॉ.अनिल गुप्ता को जिला अस्पताल का नया सिविल सर्जन बना दिया है।