• एसईसीएल को लिखा पत्र निर्माण के लिए सीएसआर मद से राशि का करे स्वीकृत
  • तोरवा, सरकंड़ा और भारतीनगर मुक्तिधाम में स्थिपीत की जाएगी मशीप

बिलासपुर। मुक्तिधाम में शव की बढ़ती संख्या और हो रही परेशानी को देखते हुए अब शहर के तीन मुक्तिधाम में विद्युत शवदाह गृह की स्थापना किया जाएगा। जिसके लिए महापौर ने प्रस्ताव बना कर एसईसीएल को भ्ोजा है। और सीएसआर मद से विद्युत शव गृह स्थिपीत करने के लिए एक करोड़ 5० लाख रुपए स्वीकृत करने कहा है।
कोरोना संक्रमण के साथ ही सामान्य मौत को आकड़ा जिले में बढ़ गया है। जिसके कारण मुक्तिधामों में परिजनों को मृतक के दाहसंस्कार को लेकर कई समस्या का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में महापौर रामशरण यादव ने शहर के कुछ मुक्तिधामों में विद्युत शवदाह गृह बनाने का प्रस्ताव रखा जिसके बाद नगर निगम ने तोरवा मुक्तिधाम, पं. देवकीनंदन दीक्षित मुक्ति धाम सरकंड़ा और भारतीनगर मुक्तिधाम में 5०-5० लाख रुपए की लागत से तीनों जगह एक करोड़ 5० लाख रूपए में विद्युत शवदाह गृह का निर्माण कराने का प्रस्ताव बनाया है। जिसके लिए एसईसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक को पत्र लिखते हुए महापौर रामशरण यादव ने कहा कि तीनों मुक्तिधाम में विद्युत शवदाह गृह स्थापना हेतु सीएसआर मद से एक करोड़ 5० लाख रूपए उपलब्ध कराएं। तीनों स्थानों पर विद्युत शवदाह गृह की स्थापना से जहां एक ओर जलाउ लकड़ी की बचत होगी वहीं पर्यावरण को नुकसान से बचाव होगा। कार्य की आवश्यकता को दृष्टिगत रखते हुए उपरोक्त कार्य सीएसआर मद से कराया जाना प्रस्तावित है। अत: विद्युत शवगृह हेतु एक करोड़ 5० लाख रूपए सीएसआर मद से नगर निगम बिलासपुर को आबंटित करे। ताकि लोगो को मुक्तिधाम में हो रही समस्या का निदान हो सके।


एसईसीएल के सीएसआर मद से राशि मांगी
शहर के मुक्तिधामों में अंतिम संस्कार के लिए जगह की कमी होने की शिकायत मिल रही थी। कुछ दिनों पहले समस्या को देखते हुए सरकंड़ा मुक्तिधाम में चार अस्थाई चबूतरा का निर्माण कराने का निर्देश दिया था। लेकिन समस्या को देखते हुए अब शहर के तीन मुक्तिधाम में विद्युत शव दाह गृह निर्माण कराने की आवश्यता को देखते हुए प्रस्ताव बनाया गया है। जिसके निर्माण के लिए एसईसीएल के सीएसआर मद से राशि मांगी गई है। रामशरण यादव महापौर बिलासपुर।