अपोलो का एक और कारनामा आया सामने, कई दिन भर्ती करके रखा और इलाज करते रहे
कुछ दिन पहले भी एक छात्रा के इलाज में बरती थी लापरवाही, हुई थी मौत, मामला अभी भी सुर्खियों में
बिलासपुर. एक बार फिर अपोलो अपने कारनामे की वजह से सुर्खियों में आ गया है. उसने एक युवक को कोरोना पॉजिटिव मरीज बताकर उपचार करता रहा और परिजनों से इलाज के नाम पर लाखों रुपए ऐंठ लिया. वहीं युवक की मौत के बाद उसकी रिपोर्ट निगेटिव आने से खलबली मच गई और अपोलो का झूठ सामने आ गया. कुछ दिन पहले भी एक छात्रा के इलाज में लापरवाही बरतने के मामले में अपोलो अस्पताल सुर्खियों में बना हुआ है.

जानकारी के मुताबिक बैकुंठपुर के मनेन्द्रगढ़ निवासी शुभम कुमार यादव 20 वर्ष की कुछ दिन पहले तबीयत बिगड़ी, उसे अपोलो लाया गया. अपोलो में उसकी कोरोना जांच पॉजिटिव बताकर उपचार शुरू कर दिया गया. इस दौरान युवक की तबीयत लगातार बिगडती रही और अपोलो उसके उपचार का दावा करता रहा. इस बीच उसने परिजनों को लाखों का बिल भी थमाया. परिजन भी इस आस में पैसे देते रहे कि युवक जल्द से जल्द ठीक हो जाएगा. अंतिम तक अपोलो उसे कोरोना पॉजिटिव बताता रहा और उपचार जारी रखा. इस बीच अपोलो ने उसे कई गंभीर बीमारी होने की भी बात कही. इस बीच 14 सितम्बर को युवक की मौत हो गई. वहीं दूसरी ओर परिजनों ने सिम्स में उसकी आरटीपीसीआर जांच कराई, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आते ही परिजनों में खलबली मच गई. एक ओर अपोलो उसे कोरोना पॉजिटिव बताते हुए इलाज करता रहा और दूसरी ओर उसकी मौत के बाद रिपोर्ट निगेटिव आ गई. जिसके बाद परिजन काफी आक्रोशित हो गए हैं और इस मामले में अपोलो प्रबंधन की शिकायत प्रशासन और शासन से करने की बात कह रहे.





वीडियो कॉल की बात आई तो कहने लगे पालीथिन लगाते हैं
मृतक युवक के भाई और अस्पताल के डॉक्टरों व स्टाफ के बीच हुई बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ है. इसमें युवक का भाई लगातार कह रहा है कि कम से कम एक बार उसके भाई को वीडियो कॉल के जरिए ही दिखा दो. इस पर पहले तो अस्पताल की ओर से कहा जा रहा कि वार्ड में जाते समय मोबाइल पालीथिन लगा दी जाती है, फिर बाद में कहने लगे कि वहां मोबाइल ले जाना ही वर्जित है.
क्या इलाज चलता रहा, किसी को नहीं दी जानकारी
अस्पताल प्रबंधन सिर्फ इलाज की बात करके पैसे ऐंठता रहा. लेकिन परिजनों को यह नहीं बताया कि मरीज का क्या उपचार चल रहा और उसे क्या तकलीफ है. बाद में यह कहा गया कि परिजनों से सम्पर्क करने पर किसी से सम्पर्क नहीं हुआ. जबकि, मृतक का भाई और अन्य परिजन हर समय अस्पताल में ही मौजूद रहे.
सीएमएचओ ने अंतिम संस्कार के लिए लिखा पत्र-
इस बीच बिलासपुर सीएमएचओ ने बैकुंठपुर सीएमएचओ को पत्र लिखकर मृतक युवक के अंतिम संस्कार की व्यवस्था कराने को कहा है, ताकि उनके परिजनों को किसी तरह की दिक्कत न हो. वहीं दूसरी ओर वायरल हुए ऑडियो में अपोलो अस्पताल की ओर से कहा जा रहा कि युवक को किडनी, लीवर इत्यादि में कई तरह की समस्या थी.
बेपरवाह अस्पताल प्रबंधन, पीआरओ ने नहीं दिया जवाब

जिस तरह कुछ दिन पहले छात्रा निशा सिंह की मौत मामले में अपोलो ने चुप्पी साध रखी थी, उसी तरह इस मामले में जब अपोलो घिरने लगा तो उसने चुप्पी साध ली. इस मामले में अपोलो अस्पताल की ओर से कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है. पीआरओ देवेश गोपाल से सम्पर्क किया गया लेकिन उन्होंने भी कोई जवाब नहीं दिया.