लंबित व्याख्याता भर्ती के अभ्यर्थियों को राहत दिलाने अनूठी पहल

रतनपुर। प्रदेश में ढाई साल से लंबित व्याख्याता भर्ती के प्रभावित 14580 अभ्यर्थियों का मनोबल बढाने और उनकी दिक्कतों को सरकार तक पहुंचाने दुर्ग जिले का युवक जगदलपुर से अंबिकापुर होते हुए रायपुर तक सायकल से 1458 किलोमीटर की अधिकार नियुक्ति यात्रा पर निकला है। छह दिन में उसने 13 सौ किलोमीटर की यात्रा पूरी कर ली है।
दुर्ग जिले के ग्राम धौराभाठा ब्लाक डोंगरगढ निवासी नंदकिशोर वर्मा इन दिनों प्रदेश की सायकल यात्रा पर है। मंगलवार की शाम वो अपनी 13 सौ किलोमीटर की यात्रा पूरी कर रात्रि विश्राम के लिए रतनपुर पहुंचा। बुधवार की सुबह वो बिलासपुर के लिए रवाना हुआ। द सेंटल न्यूज से चर्चा करते नंदकिशोर ने बताया प्रदेश में 14580 व्याख्याताओं की भर्ती 2019 में शुरू हुई थी। चयनसूची जारी होने व ज्वाइनिंग के बाद भी पदस्थापना को अब तक लंबित रखा गया है। पदस्थापना को लेकर पूरे प्रदेश के अभ्यर्थी संघर्ष कर रहे है। इनमें मेरा भाई भी है। इतने संघर्षरत लोगों के मनोबल और प्रभावितों की समस्याओं के प्रति सरकार का ध्यान आकृष्ट करने अपना योगदान देने 1458 किलोमीटर की यात्रा करने की सोची। इसकी शुरुआत 24 जून को दुर्ग से की है। दुर्ग से जगदलपुर, गरियाबंद से अंबिकापुर होते हुए 13 सौ किलोमीटर की यात्रा छह दिन में पूरी हो चूकी है।

नंदकिशोर ने बताया यात्रा के दौरान प्रभावित अभ्यर्थियों के साथ लोगों से चर्चा की। इसमें लोगों ने अपनी समस्याएं व परेशानियां बताई। लोगों ने नियुक्ति को लेकर अपनी उम्मीदों से उन्हे अवगत कराया। उन्होने यात्रा का समर्थन कर सराहना भी की। यात्रा बिलासपुर से रायपुर पहुंचकर 1 जुलाई को रायपुर में खत्म होगा जहां बीएड व डीएड के शिक्षार्थियों द्वारा कार्यक्रम आयोजित है। यात्रा के माध्यम से लंबित व्याख्या भर्ती के अभ्यर्थियों की समस्याओं को सरकार तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होने उम्मीद जताई कि सरकार जल्दी ही अडचनों को दूर कर चयनित व्याख्याताओं की व्याख्याताओं के पदस्थापना के लिए पहल करेगी।

शहर में हुआ गाजे-बाजे के साथ आत्मीय स्वागत

बुधवार की सुबह शहर के युवाओं ने नंदकिशोर किशोर का गाजे-बाजे के साथ फूल माला पहनाकर आत्मीय स्वागत किया