गणित में साक्षी को मिले हैं सौ में सौ अंक
शासकीय हाई स्कूल करैहापारा के विद्यार्थियों ने 10वीं की बोर्ड परीक्षा में सौ फीसदी सफलता हासिल की
हाई स्कूल का अपना भवन तक नहीं
रतनपुर। सरकार जिस स्कूल के विद्यार्थियों को बैठने, छांव देने भवन बनाकर देने में नाकाम है, उसी स्कूल के विद्यार्थियों ने पाली में बंटे समय और उधारी के भवन में शिक्षा हासिल कर कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा शत-प्रतिशत सफलता अर्जित किया है। एक छात्रा ने तो गणित में सौ में सौ अंक हासिल किया है।
जन भागीदारी से हाई स्कूल करैहापारा रतनपुर को मिडिल स्कूल के भवन पर शुरू किया गया था। नागरिकों के लंबे संघर्ष के बाद सरकार ने कुछ अरसा पहले इसे शासकीय हाई स्कूल करैहापारा का दर्जा दिया। स्कूल में वार्ड नंबर 11,12,13,14, और 15 के मेहनतकश अनूसूचित, पिछड़े, वंचित वर्ग के ही बच्चे शिक्षा हासिल करने प्रवेश लेते हैं। स्कूल का अब भी कोई अपना भवन नहीं है। शासन से स्कूल भवन के लिए बड़ी राशि स्वीकृत है पर जिम्मेदार है कि इसे बनाने में नाकाम है। इस स्कूल के विद्यार्थियों ने 10वीं बोर्ड की परीक्षा में अपनी सफलता के झंडे फहरा दिए हैं। परीक्षा में बैठे शत-प्रतिशत विद्यार्थियों ने सफलता हासिल की है। उनकी सफलता उत्कृष्ट श्रेणी और पीठ थपथपाने लायक है। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर द्वारा आयोजित कक्षा 10वीं की परीक्षा में 54 विद्यार्थी शामिल हुए। इनमें में 43 विद्यार्थियों ने प्रथम श्रेणी में परीक्षा उत्तीर्ण की है। वहीं शेष बचे 11 विद्यार्थियों ने द्वितीय श्रेणी में परीक्षा उत्तीर्ण की है।
मकसूदन धीवर और साबरीन परवीना ने 94.5%. अंक हासिल कर पूरे रतनपुर शहर में टाप किया है।

सोनिया मेहरा ने 90.5% अंक हासिल कर स्कूल में दूसरा


इसरत जहां ने 89.5% अंक हासिल कर तीसरा स्थान अर्जित किया है।

87.5% अंक अर्जित कर साक्षी तंबोली चौथे स्थान पर रही। साक्षी ने तो गणित में सौ में सौ यानी शत् प्रतिशत अंक हासिल किया है।
“पंचरवाले” की बेटें-बेटियां हैं साहेब
कलाम और सोफिया की कतार में …
शासकीय हाई स्कूल करैहापारा में अल्पसंख्यक समुदाय के भी नौ छात्र-छात्राएं अध्ययन रत थे। इनमें में सबा परवीन शहर में पहला स्थान अर्जित किया है। वहीं सभी छात्र-छात्राओं ने प्रथम श्रेणी में बोर्ड परीक्षा उत्तीर्ण किया है।

साबरीन पिता अल्ताफ अंसारी 568/600 = 94.5%.

इशरत जहां पिता जमील बेग /536/600 = 89.5%%


आसमां पिता अजीज खान 493/600 = 82.16%


अयान खान पिता हसन खान 472/600 = 78.66%


इरशाद पिता इस्माइल खान 466/600 = 77.66%


शाहिना पिता हुसैन खान 460/600 = 76.66%


शायना परवीन पिता शाहिद बेग 455/600 = 75.83%


इरशाद बेग पिता इस्लाम बेग 399/600 = 66.5%


शबा कौसर पिता निसार खान 389/600 = 64.83%