मौसम का उत्पादन पर दिखेगा असर

बिलासपुर। 4200 से 4300 रुपए क्विंटल। महुआ में नई फसल की यह कीमत भविष्य में तेजी की धारणा को मजबूत कर रही है क्योंकि तैयार फसल पर मौसम की मार पड़ चुकी है।

जगदलपुर की फसल की आवक चालू, गरियाबंद की भी दस्तक वनोपज बाजार में लेकिन तेजी की संभावना बराबर बनी हुई है क्योंकि मांग की तुलना में अपेक्षित आवक का अभाव बना हुआ है। इस बीच पुराना महुआ रिकॉर्ड 5100 से 5200 रुपए क्विंटल जैसे उच्च स्तर पर पहुंच गया है।नुकसान में सरगुजा

नुकसान में सरगुजा

गुणवत्ता में हमेशा से बेहतर माना जाता रहा है सरगुजा का महुआ लेकिन इस बार इसमें कमी की आशंका बलवती हो चली है क्योंकि परिपक्वता अवधि के बीच मौसम ने करवट ली। गिर चुके महुआ में भाव 4200 से 4300 रुपए क्विंटल बोला जा रहा है। मंदी की बनती स्थिति को देखकर महुआ संग्रहण के लिए अब नेट कलेक्शन जैसी विधि अपनाने पर विचार कर रहें हैं।ध्यान जगदलपुर की ओर

ध्यान जगदलपुर की ओर

वनोपज बाजार सरगुजा पर नजर तो रखे हुए हैं लेकिन बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहा है जगदलपुर के फसल की आवक का। स्थिति को देखते हुए प्रतिस्पर्धी खरीदी का माहौल जगदलपुर की फसल के लिए बनता नजर आ रहा है। इसलिए 4400 से 4500 रुपए क्विंटल जैसी कीमत पर सौदे की धारणा बन रही है। शेष छत्तीसगढ़ की महुआ की खरीदी चालू कीमत पर होने की संभावना है।शांत है पुराना

शांत है पुराना

5000 से 5100 रुपए क्विंटल पर शांत है पुराना महुआ। दैनिक जरूरतें पूरी करने लायक मात्रा की खरीदी कर रहा मांग क्षेत्र, भंडारण को लेकर फिलहाल इसलिए अनिच्छा जाहिर कर रहा है क्योंकि जांच और कार्रवाईयां खूब चल रहीं हैं। इसलिए ध्यान, हो रहे संग्रहण, आवक और कीमत पर है। इससे ही बाजार की दशा और दिशा तय की जाएगी।

महुआ में नई फसल की आवक चालू हो चुकी है। जो कीमत बोली जा रही है वह सामान्य ही है। सरगुजा की फसल को मौसम ने खूब नुकसान पहुंचाया है।

  • सुभाष अग्रवाल, एसपी इंडस्ट्रीज, रायपुर