मांग में तिल, मूंगफली, सोंठ के लड्डू और पापड़ी भी
भाटापारा। रुझान भले ही तिल और राजगीर के लड्डू और पापड़ी में बने हुए हैं लेकिन हैरत मिश्रित खरीदी अलसी व सोंठ के लड्डू और पापड़ी में निकल रही है।
पखवाड़े भर बाद आ रहे मकर संक्रांति का पर्व इस बार कुछ अलग होगा क्योंकि अभी तक बनाए जाने वाले लड्डू और पापड़ी में पहली बार अलसी और सोंठ ने भी इस बाजार में दस्तक दे दी है। कीमत भले ही ज्यादा मानी जा रही हो लेकिन खरीदी को लेकर रुझान यह बता रहा है कि मिलता प्रतिसाद दोनों को मजबूत स्थिति में पहुंचा सकता है।

प्रतिसाद जोरदार
सोंठ का लड्डू 680 रुपए किलो और अलसी का लड्डू 280 रुपए किलो। ज्यादा मानी जा सकती है यह कीमत लेकिन देवांगन खजूरवाला के संचालक हेमंत देवांगन कहते हैं कि दोनों की खरीदी को लेकर जैसा रुझान बन रहा है, उससे संकेत मिल रहा है कि उपभोक्ताओं को स्वाद पसंद आ रहा है। समानांतर में खरीदी राजगीर के लड्डू और पापड़ी में भी निकली हुई है, जो 280 रुपए प्रति किलो जैसी क्रय शक्ति के भीतर होने की वजह से मांग में है।

खूब यह दोनों
हर आय वर्ग के उपभोक्ताओं में पहली खरीदी मुरमुरा और लाई के लड्डू और पापड़ी लगभग पूरे साल होती है। यह इसलिए क्योंकि बच्चों में खूब पसंद किए जाते हैं लेकिन इस बार मुरमुरा का लड्डू 20 और 30 रुपए पैकेट तथा लाई का लड्डू 30 रुपए पैकेट में ही खरीदा जा सकेगा क्योंकि दोनों के लिए अहम गुणवत्ता वाले धान की कीमत तेज है। यह तेजी आगे भी बने रहने की संभावना है। असर लाई और मुरमुरा के लड्डू और पापड़ी पर देखा जाता रहेगा।

खरीदी इसमें भी
पर्व और सीजन की मांग से तिल के लड्डू जहां 280 रुपए प्रति किलो की दर पर खरीदे जा सकेंगे, तो पापड़ी की खरीदी के लिए 300 रुपए देने होंगे। जबकि मूंगफली का लड्डू 240 रुपए किलो और पापड़ी में प्रति किलो कीमत 200 रुपए किलो बोली जा रही है। खरीदी को लेकर यह रुझान माह के अंत तक बने रहने के आसार हैं क्योंकि सीजन का पूरा साथ मिल रहा है।