पीक पर है बाजार



बिलासपुर। 10 लाख नहीं, अब 20 लाख रुपए। यह रकम मच्छर अगरबत्ती, स्प्रे और क्वाॅयल की खरीदी पर लगा रहे हैं जिले के उपभोक्ता। बढ़त के आसार इसलिए बन रहे हैं क्योंकि दोगुनी गति से अपनी आबादी बढ़ा रहे हैं मच्छर।

पीक पर है मच्छरों से बचाव के साधनों की बिक्री। समानांतर में मच्छरों की भी आबादी बढ़ रही हैं। निर्माता कंपनियां खुश हैं उत्पादन और खपत के ग्रोथ को  देखकर क्योंकि बीते साल की तुलना में इस बार मांग दोगुनी से भी ज्यादा हो चली है।

अगरबत्ती सबसे आगे

कीमत क्रय शक्ति के भीतर और असर देर तक। इन दो वजहों ने अगरबत्ती की मांग को शिखर पर पहुंचाया हुआ है। इसके पूर्व तक इस जगह पर काबिज क्वाॅयल अब तीसरे नंबर पर आ चुका है। जबकि दूसरे पायदान पर स्प्रे मजबूती के साथ जमा हुआ है। यह स्थिति आगे भी बने रहने की संभावना है क्योंकि मच्छरों को परिवार बढ़ाने का अवसर मिल रहा है।

मार्केट डबल

उपयुक्त माना जाता है नवंबर से फरवरी का महीना इन उपायों की बिक्री के लिए लेकिन इस बार डिमांड अक्टूबर मध्य से ही शुरू हो गई। शुरुआती दिनों से मांग की गति जो बनी हुई है, वह दोगुनी से आगे बढ़ चुकी है। ग्रोथ से साफ संकेत मिल रहा है कि यह स्थिति फरवरी अंत तक बनी रह सकती है लिहाजा उत्पादन और आपूर्ति पर गंभीरता के साथ नजर रखी हुई हैं कंपनियां।

आ रहीं कई कंपनियां

मच्छरों से निजात दिलाने के उपायों की बिक्री जिस अनुपात में बढ़ रही है, उसे देखते हुए देश की कई बड़ी कंपनियां इस क्षेत्र में अपने प्रोडक्ट लेकर उतारने की तैयारी में हैं। बाजार सूत्रों का कहना है कि कुछ कंपनियों के उत्पादन की पहुंचने की खबर है, तो कई ऐसी भी हैं जो नए साल में प्रवेश कर जाएंगी, यानी मच्छरों से जंग अब तेज होने वाली है।