बिलासपुर जिले में रतनपुर थाना का मामला
रतनपुर। पुलिस अधीक्षक ने बिलासपुर जिले के रतनपुर थाना प्रभारी और पांच आरक्षकों को रक्षित केंद्र में अटैच कर दिया है। इसमें कारण प्रशासनिक बताया गया है। वहीं कार्रवाई की वजह रविवार की रात कथित एक युवक के मारपीट की रिपोर्ट नहीं लिखने पर थाना भवन के अंदर किए गए हंगामा और सोशल मीडिया पर इसकी प्रसारित वीडियो को माना जा रहा है।
मंगलवार को कार्यालय पुलिस अधीक्षक बिलासपुर छ.ग.से आदेश जारी किया गया है। इसमें रतनपुर थाना प्रभारी निरीक्षक रजनीश सिंह को हटाकर रक्षित केन्द्र बिलासपुर में अटैच कर दिया गया है। इसके साथ ही रतनपुर थाना में पदस्थ पांच आरक्षक नंदकुमार यादव, अजय भारद्वाज, घनश्याम राठौर, दुर्गेश प्रजापति व राकेश आनंद को थाना रतनपुर से हटाकर रक्षित केन्द्र बिलासपुर में अटैच कर दिया गया है। आदेश में कारण प्रशासनिक बताया गया है। वहीं चर्चा है कि कार्रवाई रविवार की रात रतनपुर थाना में हुई घटना और पुलिस कर्मियों के द्वारा ही बनाया वीडियो के सोशल मीडिया में वायरल हो जाने को माना जा रहा है। गौरतलब तलब हो कि अटैच आरक्षकों में एक घनश्याम राठौर पर शराब और गांजा के अवैध विक्रेताओं को संरक्षित करने और माल वाहक गाड़ियों से अवैध वसूली के आरोप भी लगते रहे हैं।
कौन है थाने का हरिराम….
सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो पुलिस कर्मियों के द्वारा ही बनाया जाना प्रतीत हो रहा है। विडियो में कोई भी पुलिस कर्मी नहीं दिख रहे हैं। सवाल यह है कि अगर पुलिस कर्मियों ने ही वीडियो बनाई है तो उसे मीडिया तक किसने पहुंचाया।
