110 से 140 रुपए किलो

मांग के दबाव में आटा भी


बिलासपुर। दबाव आटा पर। मांग होटल और नमकीन बनाने वाली ईकाइयों की। ऐसे में मैदा और बेसन में गर्मी ने दस्तक दे दी है। अलबत्ता, सूजी 50 से 60 रुपए किलो की कीमत पर स्थिर है।

मासिक खरीदी करने वाले घरेलू उपभोक्ताओं के बाद अब होटल, ढाबे और नमकीन बनाने वाली ईकाइयों ने त्यौहार के पूर्व अग्रिम खरीदी चालू कर दी है। इसके अलावा ग्रामीण संस्थानें भी  फसल कटाई के पहले अग्रिम सौदे करने लगी है  लिहाजा आटा, सूजी, मैदा और बेसन में गर्मी आने लगीं हैं।

दबाव में आटा, राहत सूजी से

त्यौहारी मांग के दिनों में हमेशा से आटा में मांग का दबाव रहता आया है। यह परंपरा इस दफा भी कायम है। प्रति किलो 2 रुपए की तेजी के बाद स्थानीय स्तर पर तैयार आटा 5 किलो का पैकेट 180 से 200 रुपए पर पहुँच गया है, तो ब्रांडेड आटा का 5 किलो का पैकेट 10 रुपए  की तेजी के बाद 220 से 240 रुपए जैसी कीमत पर मिल रहा है। आंशिक राहत वह सूजी दे रही है, जो 50 से 60 रुपए किलो पर स्थिर है।

तेवर दिखा रहा मैदा और बेसन

त्यौहार की मांग का दबाव मैदा पर भी देखा जा रहा है। खुले में बिक रहे मैदा की खरीदी 32 से 38 रुपए प्रति किलो की दर पर करनी होगी, तो पैक्ड मैदा के लिए 75 रुपए की जगह 80 रुपए का भुगतान करना होगा। सर्वाधिक गर्मी उस बेसन में आ रही है, जिसने प्रति किलो कीमत 110 140 रुपए अपने नाम कर ली है। तेजी के पूर्व बेसन 90 से 100 रुपए किलो जैसी क्रय शक्ति के भीतर की कीमत पर मिल रहा था।

धारणा तेजी की

त्यौहारों के बाद वैवाहिक मांग के दिन चालू होंगे। साथ ही बोनी की भी मांग होगी। यह दोनों स्थितियां गेहूं और दलहन से बनने वाले सहायक उत्पादन की कीमत को मजबूत बनाए रखने वाले होंगे। ऐसे में आटा, सूजी, मैदा और बेसन में तेजी का दौर नई फसल की आवक तक बने रहने की धारणा जता रहा है बाजार।