फूल बाजार हो रहा तैयार

बिलासपुर। कमल नहीं, कुमुदिनी के फूल मिलेंगे। अलबत्ता गेंदा और गुलाब के फूल भरपूर मात्रा में उपलब्ध होंगे। श्री राम लला प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा पर होने जा रहे आयोजन से फूल बाजार बेहतर मांग की आस में है क्योंकि शहर में भी तैयारी हो रहीं हैं।

22 जनवरी को होने जा रहे आयोजन के लिए फूल बाजार में भी हलचल दिखाई देने लगी है। ऊपर से शांत लग रहे इस कारोबारी क्षेत्र ने संभावित मांग और रुझान को देखते हुए फूल उत्पादक प्रांतों से संपर्क बढ़ा दिए हैं। पहली मांग, गेंदा और गुलाब के लिए की जा रही है। बाद के दिनों में दूसरी प्रजातियों की ओर ध्यान दिए जाने की योजना है।

आएगा गुलाब, कर्नाटक और महाराष्ट्र से

गुलाब के फूलों की व्यावसायिक खेती के लिए देश में कर्नाटक और महाराष्ट्र को जाना जाता है। आयोजन की भव्यता और संभावित मांग को देखते हुए फूल बाजार ने दोनों राज्यों से संपर्क बढ़ाया हुआ है। कीमत की जानकारी के साथ एडवांस सौदे भी किए जाने लगे हैं। फिलहाल तेजी की संभावना नहीं है। इस बीच गुलाब का फूल प्रति स्टिक 15 से 20 रुपए पर स्थिर है।

गेंदा आ रहा पश्चिम बंगाल से

पूरे साल गेंदा के फूलों की खेती होती है पश्चिम बंगाल में। देश स्तर पर खरीदी करने वाले प्रांतों में अपने छत्तीसगढ़ का भी नाम है। ऐसे में आ रही मात्रा दोगुना होने की संभावना है। कीमत भी क्रय शक्ति के भीतर है। इसलिए फूल बाजार ने इसकी प्रति किलो कीमत 100 से 150 रुपए कर दी है। जबकि माला, प्रति नग 25 से 30 रुपए में लिए जा सकेंगे।

कमल नहीं, कुमुदिनी

कमल के फूलों का सीजन विदा ले चुका है। बारी है कमल के जैसे दिखाई देने वाले कुमुदिनी की। स्थानीय ग्रामीण क्षेत्र के तालाबों से इसकी उपलब्धता सुनिश्चित करने के प्रयास में है फूल बाजार क्योंकि कमल का बेहतर विकल्प माना जाता है कुमुदिनी के फूलों को। सीमित उपलब्धता के बीच इसके फूल फिलहाल 10 रुपए प्रति नग में बेचे जा रहे हैं। वैसे बाजार ने आपूर्ति करने वालों को ध्यान में रखने के लिए आगाह कर दिया है।

यह फूल खूब

कनेर और सफेद फूल। यह दोनों प्रजातियां अपने यहां खूब मिलतीं हैं। गुड़हल के फूल भी पूरे साल मिलते हैं। बाजार तक आसान पहुंच भी हो रही है। इसके बावजूद फूल बाजार ने इनकी आपूर्ति दोगुनी करने की तैयारी शुरू कर दी है ताकि निरंतरता बनी रहे। इतना सब कुछ कर लेने के बाद अब प्रतीक्षा है, मंदिरों और देवालयों की मांग की। रुझान फिलहाल बेहतर के ही मिल रहे हैं।

By MIG