स्टॉकिस्टों की जमकर खरीदी
भाटापारा। 2200 रुपए क्विंटल जैसे भाव अपने नाम कर लेने के बाद सरना ने,तेजी बने रहने के संकेत दे दिए हैं। कमजोर आवक और प्रतिस्पर्धी खरीदी का दौर जैसा चल रहा है उसके बाद बारीक धान में भी गर्मी आने लगी है।
समर्थन मूल्य पर खरीदी चल रही है। ऐसे में बेहद कमजोर आवक के बाद धान की बारीक और मोटा, दोनों किस्म में जैसी मजबूती देखने में आ रही है, उससे खरीदी कर रहीं मिलों में अब हल्की परेशानी देखी जा रही है लेकिन किसानों को अरसे बाद प्रतिस्पर्धी खरीदी का बेहतर लाभ मिल रहा है। यह दीर्घ अवधि तक बने रहने की संभावना है।

उबल रहा सरना
2200 रुपए क्विंटल। सरना में यह भाव हैरान कर रहा है इकाइयों को। भरपूर मांग के दिनों में भी यह कीमत कभी नहीं देखी गई। पहला साल है, जब इसमें स्टॉकिस्टों की प्रतिस्पर्धी खरीदी निकली हुई है। संकेत जैसे मिल रहे हैं, उससे आसार और भी मजबूती के बने हुए हैं। इसे देखते हुए इस बरस सरना किसानों को लाभ मिलते रहने की संभावना है।
बराबरी पर महामाया
पोहा मिलों की अहम जरूरत है महामाया धान। पोहा में अंतरप्रांतीय मांग जरूर कम है लेकिन भविष्य को ध्यान में रखते हुए इकाइयों की नियमित खरीदी बनी हुई है। ऐसे में महामाया धान 2200 रूपए क्विंटल पर ठहरा हुआ है। मंदी के संकेत इसलिए भी नहीं है क्योंकि मांगी जा रही मात्रा के अनुपात में उपलब्धता अभी भी कम ही है। रही-सही कसर स्टॉकिस्टों की लिवाली पूरी कर रही है।

मजबूत है बारीक
हमेशा मांग में रहते हैं, एचएमटी और सियाराम। पहली बार इन दोनों को भी कदमताल मिलाते हुए देख रहीं हैं चावल मिलें। 2800 से 3000 रुपए क्विंटल पर चल रही कीमत, आगे दिनों में भी तेजी का संकेत दे रही है। शीर्ष पर बना रहने वाला विष्णुभोग नया 3200 रुपए क्विंटल और पुराना 3400 से 3600 रूपए क्विंटल पर मजबूती के साथ खरीदा जा रहा है। इसमें भी टिकाव की धारणा है।