00 नेत्र सहायक, कंप्युटर ऑपरेटर को लेकर पहुँचे गए और शिकायत के नाम पर बंद करा दिया सेंटर

नेत्र सहायक विजय सिंह बातचीत करते हुए।

बिलासपुर। कोरोनाकाल में शहर के छोटे बड़े सभी डायग्नोसिस सेंटर और लैब और अस्पताल ने लुट मचा रही है। इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग इनपर कोई कार्रवाही नहीं कर रही जांच के नाम पर अवैध वसूली के अलावा अस्पताल में लाशों को बंधक भी बना रहें लेकिन अधिकारी के कान में जु तक नहीं रेंग रही ऐसे में एक सिटी स्कैन के बदल 1००० से 15०० रुपए ज्यादा लेने पर स्वास्थ्य विभाग के सुपर सीएमएचओ कहे जाने वाले विजय प्रकाश सिंह (नेत्र सहायक) और विभाग के एक कंप्युटर ऑपरेटर का काम कर रहें कर्मचारी लिंक रोड़ स्थित मान्या डायग्नोसिस सेंटर पहंुच कर उसे सील कर दिए। ये बाद हजम नहीं हो रही है। संस्थान के सूत्रो का कहना है। कि तथकथित सुपर सीएमएचओ विजय प्रकाश सिंह ने शिकायत के नाम पर सेंटिग करने की कोशिश है। लेकिन दाल नहीं गली तो ये कार्रवाही कर दी है। वहीं विभाग के मुखिया सीएमएचओ डॉक्टर प्रमोद महाजन से बड़े बड़े संस्थानों की शिकायत पर उनके खिलाफ कार्रवाही न कर छोटे-मोटे डायग्नोसिस सेंटर पर कार्रवाही क्यो की जा रही तो उन्होने साफ कह दिया कि मुझे पता ही नहीं कहा कार्रवाई हुई और किस डायग्नोसिस सेंटर को सील किया गया है।

अटैच कर्मचारी प्रवीण शर्मा संस्थान को सील करते हुए।

विभाग प्रमुख के इस जवाब से अस्पताल के सूत्र का आरोप सही लग रहा है। इन दिनों सीएमएचओ के नाम से स्वास्थ्य विभाग का ये सुपर सीएमएचओ विजय सिंह जिन्हें कलेक्टर भी डॉ. विजय सिंह कहते है। वो खूब मालामाल हो रहें है। और आम जनता संक्रमण काल में ही बिस्तर के लिए तरस रहें है। लेकिन इन्हें केलव पैसे कमाने है। जनता चाहे मर जाए।