कारोबारी सप्ताह का पहला दिन, प्रांगण का हर कोना पैक

2200 के करीब महामाया




भाटापारा। 2200 रुपए क्विंटल। महामाया की यह नई कीमत चौंकाने वाली रही। तेजी के संकेत बने हुए हैं क्योंकि स्टॉकिस्टों की लिवाली निरंतर जारी है। पोहा मिलें अलग से खरीदी कर रहीं हैं।

कारोबारी सप्ताह का पहला दिन। प्रांगण का हर कोना पैक है। आवक दबाव कितना है ? यह इसी बात से जाना जा सकता है कि प्रांगण की सड़कों पर कृषि उपज की नीलामी करनी पड़ी। आवक की जैसी स्थिति बनी हुई है, उसके बाद यही मानकर चला जा रहा है कि ऐसे दृश्य जून मध्य तक देखे जा सकेंगे।

पहली बार 2200 रुपए

कारोबारी सप्ताह के पहले दिन पोहा क्वालिटी महामाया धान में बोली 1900 रुपए पर खुली और 2150 रुपए क्विंटल पर बंद हुई। लेकिन पोहा क्वालिटी में बेस्ट महामाया धान 2200 रुपए क्विंटल पर सौदे होने की खबर है हालांकि यह कीमत ज्यादा देर तक नहीं चली क्योंकि अपेक्षित मात्रा नहीं थी लेकिन माना जा रहा है कि यह दर आवक की निरंतरता में सहायक बनती रहेगी।

सड़क पर नीलामी

नई बात नहीं है, प्रांगण की सड़क पर कृषि उपज का नीलाम होना। नया इसलिए माना जा रहा है क्योंकि यह दृश्य सप्ताह के सातों दिन देखे जा रहे हैं। आवक तो वजह है ही,बीते कार्य दिवस की उपज का उठाव नहीं होना भी वजह मानी जा रही है। यह इसलिए क्योंकि अपेक्षित संख्या में श्रम की मौजूदगी को लेकर गंभीरता दिखाई नहीं जा रही है।

क्षमता से ज्यादा

9 एकड़ में विस्तारित कृषि उपज मंडी प्रांगण की अनुमानित क्षमता 30,000 कट्टा कृषि उपज की मानी जाती है। प्रांगण में आवाजाही के लिए बने आंतरिक मार्ग और कोनों का भी उपयोग ढेर के लिए किया जा रहा है। इसे मिलाकर लगभग 5 से 10 हजार कट्ठा के लिए और जगह की गुंजाइश निकाली जा रही है। इसके बावजूद खामियां बदस्तूर बनी हुई है।

हर पॉइंट का उपयोग

आवक इतनी ज्यादा है कि हर उस पॉइंट का उपयोग ढेर के लिए किया जा रहा है, जो संकट दूर करने में सहायक बन सकती है। खामियों पर पूरा ध्यान है। शीघ्र दूर होंगी।
– एस एल वर्मा, सचिव, कृषि उपज मंडी, भाटापारा