फसल आधी, मांग दोगुनी
बिलासपुर। अनुमान से बाहर जा रही है, बबूल की कीमत। इस भाव पर भी खरीदी के लिए तैयार है कारोबार क्योंकि पशु आहार बनाने वाली ईकाइयों की मांग का दबाव है। बड़ी समस्या कमजोर आपूर्ति बन रही है। ताजा कीमत- बबूल फल्ली 900 से 925 रुपए और बबूल दाना 1700 रुपए क्विंटल।
कीमत का नया कीर्तिमान बना रहा है बबूल। वनोपज कारोबार के लिए पहला बरस है, जब इसने एक झटके में 300 रुपए की तेजी की छलांग लगाई। धारणा और बढ़त की बनी हुई है क्योंकि पशु आहार निर्माताओं की मांग का दबाव बढ़ते क्रम पर है। रही-सही कसर कमजोर उत्पादन पूरी कर रहा है।

शिखर पर यह दो
मानक गुणवत्ता वाले बबूल बीज के लिए मुंगेली जिला की पहचान पूरे प्रदेश में बनी हुई है। इसी तरह खरीदी के लिए बिलासपुर जिला की धाक बरकरार है। इस तरह उत्पादन और खरीदी में यही 2 जिले हैं, जिनकी हिस्सेदारी इस वनोपज में लगभग 75 फ़ीसदी की बताई जाती है। यह स्थिति इस बरस भी कायम है।

इसलिए तेजी
फसल तैयार होते समय हुई असमय बारिश से पुष्पन की मात्रा कमजोर हो गई। फल्लियां लगते समय भी दोबारा मौसम बिगड़ा। इन दोनों स्थितियों ने तैयार होती फसल पर प्रतिकूल असर डाला। परिणाम लगभग 10 हजार क्विंटल कम होने के रूप में सामने आ चुका है। मालूम हो की प्रदेश में बबूल बीज का औसत उत्पादन 20 हजार क्विंटल के आसपास माना जाता रहा है।

अब ऐसे हैं भाव
बीते बरस जिस बबूल फली की खरीदी 600 रुपए क्विंटल पर की गई थी, उसके लिए इस साल 900 से 925 रुपए देने पड़ रहे हैं। ऐसा ही हाल बबूल दाने का भी है। चालू कारोबारी साल में बबूल दाना की खरीदी 1700 रुपए क्विंटल में करनी पड़ रही है। बीते साल यह 1400 रुपए क्विंटल पर अंत तक खरीदा जाता रहा।
आसार तेजी के
बबूल बीज में आ रही तेजी हैरान करने वाली है। कमजोर आपूर्ति और मांग का दबाव तेजी की धारणा को बढ़ा रहा है।
– सुभाष अग्रवाल, एस पी इंडस्ट्रीज, रायपुर