जीप, टैक्सी और ऑटो का बढ़ा किराया

भाटापारा। देवी दर्शन के लिए ऑटो या टैक्सी पर इस बार अच्छी-खासी रकम खर्च करनी पड़ेगी। पेट्रोल-डीजल की रोज बढ़ती कीमत को देखते हुए समीप के देवी मंदिरों के लिए किराया की दरें तो तय कर दी गई हैं लेकिन पेट्रोल या डीजल के लिए रकम भक्तों को ही चुकानी पड़ेगी। रेल यात्रा वैसे भी 2 साल से दोगुनी महंगी पड़ रही है।

उपभोक्ता सामग्री की दरें जिस तरह बढ़ रहीं हैं, उससे हर वर्ग हलाकान हैं। अब बारी है त्यौहार और पर्व की, जिस पर भी पेट्रोल डीजल की बढ़ रही कीमत का असर दिखाई देने लगा है। डोंगरगढ़ से लेकर चंद्रपुर तक के बीच के देवी मंदिरों में तैयारियां पूरी हो चुकी हैं लेकिन भक्तों को दर्शन के लिए जैसी कीमत चुकानी होंगी वह गहरी आर्थिक नुकसान की वजह बन सकती है क्योंकि देवी मंदिरों के लिए परिवहन व्यय लगभग रोज बढ़ रहें हैं।

बदला पैटर्न

किराए पर कार व जीप के लिए देवी भक्तों से स्पष्ट कहा जा रहा है कि किराया की दर फिक्स है। इसलिए पेट्रोल या डीजल के लिए लगने वाली रकम का भुगतान भक्तों को ही करना होगा। ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि लगभग हर दिन इस की नई कीमत जारी हो रहीं हैंं। यह नया बदलाव परेशानी को और भी बढ़ा रहा है।

रेल यात्रा दोगुनी

चैत्र नवरात्रि के लिए रेल प्रशासन ने यात्री ट्रेनों के ठहराव की सुविधा जरूर दी है लेकिन दोगुना किराया और आरक्षण पर ही यात्रा की बाध्यता जैसी शर्त हताश कर रही है। लिहाजा रेल मार्ग से देवी दर्शन पहले से ही महंगा हो चुका है। 2 साल से जारी यह बाध्यता, सड़क मार्ग से यात्रा के लिए भी विवश कर रही है।

कहां के लिए कितना किराया

चंद्रहासिनी देवी के दर्शन के लिए चंद्रपुर जाने पर 1500 रुपए किराया के रूप में लिया जाएगा। डीजल या पेट्रोल के पैसे भक्तों को ही देने होंगे। बमलेश्वरी माता के दर्शन के लिए कार या जीप 1500 रुपए किराया पर उपलब्ध होंगे। यहां के लिए भी डीजल के लिए पैसे श्रद्धालुओं को ही देना होगा। महामाया दर्शन 200 रुपए कम याने 1300 रुपए में किया जा सकेगा लेकिन पेट्रोल या डीजल के पैसे भक्तों को ही देना होगा। शहर से 14 किलोमीटर दूर मां मावली माता के दर्शन के लिए सिंगारपुर की यात्रा 500 रुपए में की जा सकेगी।