फलाहारी सामग्री की कीमत ने उड़ाए होश
बिलासपुर। महंगाई के झटके के बीच, शांत बाजार में नवरात्रि की मांग पहुंचने लगी है। फलों की कीमत स्थिर है, लेकिन फलाहारी सामग्रियों के दाम बढ़त की ओर है। इसके बावजूद बेहतर ग्राहकी की उम्मीद है क्योंकि 2 साल बाद प्रतिबंधों में छूट मिली है।
2 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि शुरू हो रही है।देवी मंदिरों में ज्योति कलश की स्थापना के साथ, दूसरी तैयारियां भी की जा रही है। इस बीच होलसेल और रिटेल काउंटरों में पर्व से जुड़ी सामग्रियों की पहुंच, भरपूर मात्रा में नजर आने लगी है। बेहतर मांग निकलने की उम्मीद के बीच बढ़ती कीमत जरूर चिंता में डाल रही है, लेकिन अनिवार्य सामग्री की मांग ने इसे काफी हद तक दूर किया हुआ है। खासतौर पर फलाहारी सामान का बाजार बेहतरी की आस में है।
तेजी के बावजूद अच्छी मांग
चैत्र नवरात्रि पर व्रत रखने वाले भक्तों को रेडीमेड फलाहार की खरीदी के लिए 800 रुपए खर्च करने होंगे। 1 किलो की सामग्री में सूखा मेवा की हर किस्म मिलेगी। प्रमुख तौर पर काजू, बदाम, अंजीर, मखाना, किशमिश जैसे मेवे में भी होंगे। सेंवई और साबूदाना हमेशा से पर्व के दौरान शिखर पर रहें हैं, तो इनकी खरीदी 100 से 120 रुपए किलो पर की जा सकेगी।
धूप और अगरबत्ती
नारियल के साथ धूप और अगरबत्ती की खरीदी हमेशा पहले की जाती रही है। कीमतों में कहीं कोई उतार-चढ़ाव नहीं है। अगरबत्ती में 10 से 100 रुपए के पैकेट उपलब्ध हैं तो धूप में मिक्स और अलग से भी यह सामग्री मिल रही है। कीमत 100 से 150 रुपए किलो बताई जा रही है। मंदिरों की खरीदी अंतिम दौर में है, तो उपभोक्ता मांग की प्रतीक्षा है।
नारियल शांत, तेल स्थिर
नवरात्रि पर नारियल की खरीदी इस बार राहत देने वाली कीमत पर की जा सकेगी। भरपूर फसल की आवक के बाद सूखा नारियल 20 रुपए और कच्चा नारियल 15 रुपए प्रति नग की दर पर उपलब्ध होंगे। खाद्य तेल में लंबी तेजी के बाद अब स्थिरता का रुख देखा जा रहा है। इसमें सभी किस्म के खाद्य तेल के टीन 2400 से 2600 रुपए में मिल रहे हैं।
यहां भरपूर आवक
फल बाजार, अंगूर और तरबूज से भरा हुआ है। बेहतर फसल से इन दोनों की कीमत हर वर्ग के उपभोक्ता की पहुंच में है। अंगूर जहां 60 से 80 रुपए किलो पर मिल रहा है, वहीं तरबूज और खरबूज 40 से 50 रुपए किलो पर ठहरा हुआ है। सेब 150 से 200 रुपए किलो, अनानास 70 से 80 रुपए नग, केला 50 से 60 रुपए दर्जन में मिल रहा है।