कॉपर, एल्यूमिनियम और प्लास्टिक 15 प्रतिशत हुए महंगे

बिलासपुर। शीत ऋतु को लेकर किए गए आईएमडी के पूर्वानुमान सही निकले, तो गीजर और हीटर सहित अन्य इलेक्ट्रिक गुड्स का बाजार, रौनक को लेकर दूसरे कारोबार को पीछे छोड़ सकता है। संभावित अच्छी ग्राहकी की उम्मीद से इस बाजार में 15 प्रतिशत की तेजी आ चुकी है।

पहले भीषण गर्मी ने तपाया। परिणाम – पंखे, कूलर और एसी की रिकॉर्ड बिक्री। मानसून की अनियमित चाल से, ठहर चुके सबमर्सिबल पंप और पाइप को सहारा मिला। अब बारी है शीत ऋतु की। भारतीय मौसम विभाग ने शीत ऋतु को लेकर जो पूर्वानुमान जारी किए हैं, उसके मुताबिक इस बार की ठंड अपना पिछला रिकॉर्ड ध्वस्त कर सकती है। इस पूर्वानुमान के बाद गीजर, हीटर और इमर्शन रॉड निर्माता इकाइयों के पास आर्डर का पहुंचना चालू हो गया है लेकिन प्लास्टिक, कॉपर और एल्यूमीनियम की बढ़ी हुई कीमत की वजह से इलेक्ट्रिक की यह सामग्रियां 15 प्रतिशत महंगे में उपभोक्ताओं तक पहुंचेंगी।


इसलिए आई गर्मी

कोरोना काल में इलेक्ट्रिक गुड्स निर्माता कंपनियों को कॉपर, एल्युमीनियम और प्लास्टिक की खरीदी, अनुमान से ज्यादा कीमत पर करनी पड़ी। तेजी के पीछे कमजोर उत्पादन को भी वजह माना जा रहा है। तेजी के पहले दौर में असर कूलर, एसी और पंखे की कीमत पर पड़ा। अब यह असर गर्म पानी उपलब्ध करवाने वाले दूसरे उपकरणों पर पड़ चुका है। इसका सामना उन उपभोक्ताओं को करना होगा जो इमर्शन रॉड, गीजर और हीटर की खरीदी करने पहुंच रहें हैं।


आई 15 प्रतिशत की गर्मी

इमर्शन रॉड की खरीदी करने वाले उपभोक्ताओं को इस बार ब्रांडेड प्रॉडक्ट की खरीदी के लिए 250 से 300 रुपए खर्च करने पड़ेंगे। लोकल प्रॉडक्ट की उपलब्धता 150 से 200 रुपए में होगी। दोनों स्तर के उत्पादन में क्रमशः100 और 80 रुपए की वृद्धि हो चुकी है। गीजर की खरीदी करने वाले उपभोक्ताओं को भी बढ़ी हुई रकम चुकानी होगी। 3 लीटर क्षमता वाला गीजर 2100 से 3000 रुपए में मिलेगा जबकि हीटर चाहने वालों को 800 से 1000 रुपए खर्च करने होंगे।


उम्मीद अच्छे दिन की

भारतीय मौसम विभाग का पूर्वानुमान और दस्तक दे रहे शीत ऋतु के तेवर को देखते हुए यह बाजार अच्छे दिन की आस में है। होलसेल मार्केट को दिए गए ऑर्डर की सप्लाई चालू होने लगी है। लेकिन फिलहाल दीप पर्व के लिए उठी मांग की ओर ध्यान दिया जा रहा है। इसके बाद रिटेल काउंटर में नजर आने लगेंगे, गीजर, हीटर और इमर्शन रॉड।