सिम्स बिलासपुर के विशेषज्ञों का रिसर्च
बिलासपुर. कोरोनाकाल में कैंसर के पुरूष मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. यह बात शहर के ही डाक्टरों के रिसर्च में सामने आई है.
रेडियोथेरेपी (कैंसर) विभाग सिम्स के विभागाध्यक्ष डॉ. चंद्रहास ध्रुव और सीनियर रेसीडेंट्स डॉक्टरों ने करोना काल में कैंसर के बढ़ते मरीजों पर रिसर्च किया. अंतर्राष्टीय साइंटिफिक जर्नल में रिसर्च पेपर प्रकाशित किया। रिसर्च में पाया कि कोरोना काल यानी मार्च 2०2० से मार्च 2०21 में पहले की अपेक्षा कैंसर मरीजों की संख्या बढ़ी है। कोरोना से पहले 12०० कैंसर के मरीज थे जो कोरोनाकाल में बढ़कर 1532 हो गए। कोरोनाकाल में मुख एवं गले के कैंसर के मरीज 23%, बच्चेदानीका मुख (सर्विक्स) का कैंसर 17 %, स्तन कैंसर 12% पायी गई।
55 फीसदी मिले मरीज
महिलाओं की तुलना में कैंसरग्रस्त पुरुषों की संख्या में वृद्धि हुई है। कोरोनाकाल में पुरुषों में कैंसर दर 55% रही और महिलाओं में 45% रही। मुख और गले के कैंसर में 22% की वृद्धि, स्तन के कैंसर मे 12% और फेफड़े के कैंसर में 1० प्रतिशत की वृद्धि हुई है। सिम्स के डॉक्टरों के अनुसार महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में कैंसर के लक्षण इस कोरोना संक्रमण के काल में अधिक देखने को मिल रहा है।
दूसरे शहरों के मरीज भी आए
डॉ. चंद्रहास ध्रुव ने बताया कि ये रिसर्च सिम्स के कैंसर विभाग में इलाज के लिए आने वालें मरीजों पर ही किया गया है। मरीज बढ़ने का कारण एक तरह से लॉकडाउन के दौरान आने-जाने की समस्या होना भी हैं. यहां इलाज कराने वाले मरीज तो आसानी से 3 हफ्ते या 21 दिन के भीतर आकर अपना इलाज करा रहे थे, आने-जाने का साधन नहीं मिलने के कारण जो मरीज रायपुर या फिर दूसरे शहर जाते थे वो भी सिम्स के कैंसर विभाग में पहुँच कर इलाज कराने लगे। ऐसे में कोरोना काल से पहले आने वाले मरीजों के अनुपात में कोरोनाकाल के बीच आने वाले मरीजों में वृद्धि हुई है।